Faridabad News, 06 Jan 2020 : जे सी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए फरीदाबाद द्वारा फ्यूजन आफ साईंस एंड टैक्नाॅलोजी पर आयोजित किये जा रहे 8वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (आईएसएफटी-2020) को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। सत्र के पहले दिन विदेशों से पहुंच रहे प्रतिनिधियों का पंजीकरण किया गया और यह प्रक्रिया देर सायं तक जारी रही। कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने सम्मेलन को लेकर की गई तैयारियों की समीक्षा भी की।
सम्मेलन के विभिन्न सत्रों के आयोजन के लिए सात स्थलों को तैयार किया गया है, जिनमें विश्वविद्यालय का मुख्य सभागार, शकुंतलम सभागार, मल्टीमीडिया हाल, सम्मेलन कक्ष के अलावा विभागीय सम्मेलन कक्ष शामिल हैं। सम्मेलन में पहुंच रहे प्रतिनिधियों तथा अतिथियों के रहने और खान-पान की भी पूरी व्यवस्था विश्वविद्यालय द्वारा की गई है।
सम्मेलन में भारत के विभिन्न विश्वविद्यालयों के अलावा अमेरिका, साउथ कोरिया, फ्रांस, थाईलैंड, इटली, ईरान, जापान, जर्मनी, ईरान, नाइजीरिया, साउदी अरब तथा म्यांमार से भी प्रतिभागी हिस्सा ले रहे है। इस सम्मेलन अंतःविषय अनुसंधान पर केन्द्रित रहेगा और मुख्य चर्चा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में फ्यूजन द्वारा भविष्य की प्रौद्योगिकी तथा नये अनुसंधान पर होगी। सम्मेलन का उद्घाटन सत्र 7 जनवरी को सुबह 9:30 बजे शुरू होगा, जिसमें विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के पूर्व चेयरमैन डाॅ. वेद प्रकाश मुख्य अतिथि रहेंगे तथा सम्मेलन पर मुख्य वक्तव्य प्रस्तुत करेंगे। इसके अलावा, एनआईटी श्रीनगर के निदेशक डाॅ राकेश सहगल और डेकेन इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ कंवलजीत जावा भी सत्र को संबोधित करेंगे।
सम्मेलन के लिए विभिन्न देशों से पहुंच रहे आमंत्रित वक्तों में युनिवर्सिटी आफ फ्लोरिडा से प्रो. राजीव दूबे, प्रो. स्टीफन सुंदर राव तथा प्रो. आटर काव, सायकाॅम लैबोरेट्री नायजी ली ग्रैंड फ्रांस से प्रो. ओलिवर फ्रेंकिस, बाबुल नोशिरवानी युनिवर्सिटी आफ टेक्नोलाॅजी, ईरान से प्रो. घासेम नजफपुर, पुसान नेशनल युनिवर्सिटी, बुसान, कोरिया से प्रो. एच.सी. लिम, युनिवर्सिटी आफ कैलाब्रिया, रेंडे, इटली से डाॅ. विन्सेन्जा कालब्रैव, युनिवर्सिटी आफ क्वाजुलु-नटाल, साउथ अफ्रीका से श्रीकांत बी जोनागलगड्डा, क्योटो युनिवर्सिटी, जापान से प्रो. हिडकी ओहगाकी, युनिवर्सिटी आफ नाॅर्थ टेक्सास, अमेरिका से डाॅ. विक्टर प्राइब्यूटोक और डाॅ. गेल एल प्राइबटोक, युनिवर्सिटी आफ कैलब्रिया, इटली से डाॅ. स्टेफानो कर्सियो, युनिवर्सिटी आफ लाॅरेन, फ्रांस से प्रो नौरेडीन टाकाॅर्बेट, युनिवर्सिटी आफ टेक्नोलाॅजी सुवर्णभूमि नोनतुरी, थाईलैंड से डाॅ. नपत वत्जतेपिन राजमंगला, युनिवर्सिटी आफ केलेबरी, इटली से डाॅ. सुदीप चक्रबर्ती, युनिवर्सिटी आफ टेक्सास, अमेरिका से प्रो. माइकल मोंटिकिनो, ईएनईए रिसर्च सेंटर टेरेसिया, इटली से डाॅ विनोद कुमार शर्मा, युनिवर्सिटी आफ मिसौरी, कोलंबिया, अमेरिका से प्रो. संजीव कुमार खन्न और बाॅन राइन सीग युनिवर्सिटी आफ एप्लाइड साइसेज, जर्मनी से प्रो. वोल्फगैंग बोरूतजकी शामिल हैं। सम्मेलन में देश के विभिन्न राज्यों तथा विदेशों से लगभग 400 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे है। सम्मेलन के दौरान आयोजित होने वाली 11 तकनीकी सत्र में लगभग 400 शोधकर्ताओें के 200 से ज्यादा शोध पत्र रखे जायेंगे।
सम्मेलन तकनीकी सत्रों के दौरान जिन विषयों पर चर्चा होंगे, उनमें मुख्यः रूप से ऊर्जा एवं ताप प्रणाली में उन्नति, कंप्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के डिजाइन एवं विश्लेषण, सिविल एवं एनवायरमेंट इंजीनियरिंग, प्रोड्क्शन एवं इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्राॅनिक्स इंजीनियरिंग तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के अन्य क्षेत्र शामिल हैं।