फरीदाबाद, 10 मई – अकादमिक व औद्योगिक जुड़ाव की दिशा में अहम कदम उठाते हुए जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद ने स्थानीय उद्योगों को उनकी शोध संबंधी वास्तविक समस्याओं पर शोध कार्य करने के लिए सहयोग की पेशकश की है।
यह जानकारी कुलपति प्रो. एस.के. तोमर ने विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ ‘माॅब’ की परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए दी। वे कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. एस.के. गर्ग, डीन प्लेसमेंट, एलुमनाई और कॉर्पोरेट अफेयर्स प्रो विक्रम सिंह, डीन (आर एंड डी) प्रो राजेश आहूजा, निदेशक – एलुमनाई अफेयर्स डॉ संजीव गोयल, पूर्व छात्र संघ के अध्यक्ष श्री सुखदेव सिंह तथा अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
विश्वविद्यालय के विशिष्ट पूर्व छात्र, जोकि फरीदाबाद में सफल उद्यमी भी हैं, को संबोधित करते हुए प्रो. तोमर ने कहा कि विश्वविद्यालय अनुसंधान को लेकर एक ऐसा पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने का इच्छुक है, जहां शिक्षाविद, शोधकर्ता और औद्योगिक व्यवसायी अनुसंधान और विकास परियोजनाओं पर एक साथ काम करें और भविष्य के औद्योगिक विकास के लिए स्थायी समाधान प्रदान करें। उन्होंने प्रतिष्ठित उद्यमियों से विश्वविद्यालय के अनुसंधान कार्यक्रम से जुड़ने और उद्योगो से संबंधित अनुसंधान परियोजनाओं के लिए इंडस्ट्री फैलोशिप प्रदान करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ऐसी शोध परियोजनाओं के लिए पीएचडी सीटें का विशेष प्रावधान करेगा। औद्योगिक फैलोशिप से शोधार्थियों को न केवल वित्तीय सहयोग मिलेगा बल्कि अनुसंधान में विश्वसनीयता आयेगी क्योंकि यह अधिक व्यावहारिक होगा।
प्रो. तोमर ने एसोसिएशन और पूर्व छात्रों से विश्वविद्यालय के शैक्षणिक और ढांचागत विकास के लिए योगदान देने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के विकास में पूर्व छात्रों का अहम योगदान रहा है और आगे भी उनके निरंतर सहयोग से विश्वविद्यालय भविष्य में ऊंचाइयों को छुएगा।
इस अवसर पर एसोसिएशन के त्रैमासिक न्यूजलेटर ‘द हैपनिंग्स’ का विमोचन भी किया गया। इससे पहले प्रो. तोमर का संघ के अध्यक्ष श्री सुखदेव सिंह एवं अन्य पूर्व छात्रों द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया।