फरीदाबाद, 5 जुलाई – जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद ने जुलाई माह को पौधारोपण के महीने के रूप में मनाते हुए विश्वविद्यालय परिसर में विशेष पौधारोपण अभियान चलाने का निर्णय लिया है। अभियान के दौरान विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिष्ठित हस्तियों को अभियान में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
अभियान का शुभारंभ आधिकारिक रूप पर कुलपति प्रो. एस.के. तोमर ने बरगद, नीम और पीपल की ‘त्रिवेणी’ के पौधे रोपकर किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री हरियाणा के विशेष अधिकारी श्री सुमित यादव और केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री के मीडिया सलाहकार श्री पंकज कुमार भी उपस्थित थे तथा उन्होंने पौधरोपण अभियान में हिस्सा लिया। पौधरोपण अभियान का संचालन डीन स्टूडेंट वेलफेयर कार्यालय द्वारा विश्वविद्यालय के इको-क्लब के सहयोग तथा डीन कॉलेज प्रो. तिलक राज की देखरेख में किया जा रहा है।
श्री सुमित यादव ने विश्वविद्यालय की पौधारोपण मुहिम की सराहना की तथा इसे पर्यावरण प्रति संवेदनशीलता की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम बताया।
इस अवसर पर बोलते हुए कुलपति ने शहरीकरण और औद्योगीकरण के कारण कम होते वन क्षेत्र तथा प्रदूषण के गंभीर परिणामों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को पर्यावरण के अनुकूल जीवन को संस्कृति के रूप में विकसित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया ग्लोबल वार्मिंग की समस्या और पर्यावरण से संबंधित समस्या का सामना कर रही है, इसलिए इस तरह की समस्या से उबरने के लिए पेड़ लगाना आज सबसे महत्वपूर्ण समाधानों में से एक बन गया है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के माध्यम से विश्वविद्यालय का उद्देश्य छात्रों को पर्यावरण और पारिस्थितिकी को संरक्षित करने की आवश्यकता के प्रति संवेदनशील बनाना है।
प्रो. तोमर ने त्रिवेणी के लाभों को भी विस्तार से बताया और इसके पारिस्थितिक और पौराणिक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इन पेड़ों में एक विशेष गुण होता है जो इन्हें पूरे दिन ऑक्सीजन छोड़ने की क्षमता देता है। इसलिए हमारे ऋषियों एवं मुनियों द्वारा इन पेड़ों को पवित्र और देवताओं का निवास बताया गया है।
पौधरोपण अभियान की जानकारी देते हुए प्रो. तिलक राज ने कहा कि विश्वविद्यालय की इस अभियान को एक माह तक चलाने की योजना है, जिसमें अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा जायेगा।