Faridabad News, 26 Aug 2019 : पानी से फैलने वाली बीमारी से रोकथाम के लिए जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद ने एहतियाती कदम उठाए हैं। विश्वविद्यालय ने छात्रावास सहित विश्वविद्यालय के विभिन्न स्थानों पर चरणबद्ध तरीके से फॉगिंग और मच्छर रोधी स्प्रे का अभियान शुरू किया है।
मनसून के मौसम में डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी बीमारियों की संभावनाओं को देखते हुए कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने चिकित्सा अधिकारी को रोकथाम के लिए एहतियाती कदम उठाने के लिए निर्देश दिये है क्योंकि मानसून के मौसम में वेक्टर जनित बीमारियों की अधिक संभावना रहती है। उन्होंने छात्रावासों में साफ-सफाई और स्वच्छता बनाए रखने के लिए भी निर्देश दिये है। फॉगिंग और मच्छर रोधी स्प्रे का अभियान चिकित्सा अधिकारी डा. अंकुर शर्मा की देखरेख में चलाया जा रहा है।
डॉ. अंकुर शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय के चिकित्सा केंद्र ने छात्रावास क्षेत्र में मच्छर रोधी स्प्रे का उपयोग शुरू किया है ताकि विश्वविद्यालय का वातावरण डेंगू तथा मलेरिया के वायरस के हमले से पूरी तरह से सुरक्षित रह सके और छात्रों को स्वच्छ वातावरण प्रदान किया जा सके। उन्होंने कहा कि फॉगिंग और मच्छर रोधी स्प्रे की प्रक्रिया पूरे महीने जारी रहेगी और पूरे परिसर को कवर किया जाएगा। डेंगू और मलेरिया के मच्छर स्थिर पानी में पनपते हैं। इसलिए लार्वा पैदा होने से रोकने के लिए विश्वविद्यालय परिसर में स्वच्छता अभियान चलाने का भी निर्देश दिया गया है। सभी विभाग को विशेष स्वच्छता अभियान चलाने के लिए कहा गया है और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि विश्वविद्यालय परिसर में पानी की कोई कमी न हो।