Faridabad News, 28 Sep 2018 : भारतीय सेना द्वारा नियंत्रण रेखा पार कर पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकी कैंपों पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में जेसी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय वाईएमसीए फरीदाबाद द्वारा ‘सर्जिकल स्ट्राइक दिवस’ को ‘पराक्रम पर्व’ के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों के लिए भाषण प्रतियोगिता, शहीदों के लिए संगीतमय श्रद्धांजलि तथा सैनिकों के लिए संदेश लिखने जैसी विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया।
उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोजन द्वारा भी सभी विश्वविद्यालय को 29 सितम्बर ‘सर्जिकल स्ट्राइक दिवस’ के रूप में मनाने के लिए प्रेरित किया गया है।
इस उपलक्ष्य में विश्वविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों को सशस्त्र सेनाओं के बलिदान के प्रति अवगत करवाने के लिए कर्नल ऋषि पाल गोयल को विशेष रूप से आमंत्रित किया। 1971 में भारत-पाक युद्ध का हिस्सा रहे कर्नल गोयल जोकि 1990 के दशक में कश्मीर में भी अपनी सेवाएं दे चुके है, ने विद्यार्थियों के साथ अपने अनुभव साझे किये तथा भारतीय सेना की शौर्य गाथा से विद्यार्थियों को परिचित करवाया। कुलपति प्रो. दिनेश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम विद्यार्थी कल्याण प्रकोष्ठ की देखरेख में डॉ. सोनिया बंसल के समन्वयन में संपन्न हुआ। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. संजय कुमार शर्मा भी उपस्थित थे।
विद्यार्थियों को अपने संदेश में कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि युद्ध और शांति काल के दौरान भारतीय सेना का योगदान प्रत्येक भारतीय के लिए मूल्यवान है, जिन्होंने अपने शौर्य से हमेशा देश को गौरवान्वित किया है। ‘कारगिल विजय दिवस’, ‘विजय दिवस’ और ‘सर्जिकल स्ट्राइक दिवस या पराक्रम पर्व’ ऐसे अवसर है, जो हमें अपने सुरक्षा बलों को श्रद्धांजलि देने तथा उनके प्रति कृतज्ञता दिखाने का अवसर प्रदान करते है।
कुलपति ने कहा कि युवा पीढ़ी में ऐसे बहुत ही कम लोग है जो हमारे युद्ध नायकों के बारे में जानते है और ‘सर्जिकल स्ट्राइक दिवस’ जैसे अवसर युवा पीढ़ी को भारतीय सेना उन नायकों से परिचित करवाने का बेहतरीन अवसर है, जिन्होंने देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है।
इस अवसर पर विद्यार्थियों ने सशस्त्र सेनाओं के लिए अपने संदेश भी लिखे, जिन्हें विश्वविद्यालय द्वारा इंडिया गेट पर प्रदर्शित करने के लिए प्रेषित किया जायेगा। विद्यार्थियों ने विभिन्न संगीत प्रस्तुतियां देकर भारतीय युद्ध नायकों तथा शहीदों को याद किया। इस उपलक्ष्य में आयोजित भाषण प्रतियोगिता में पहला पुरस्कार हर्षित मुखीजा ने प्राप्त किया। शिवम व दिपांशी दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे।
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने भारतीय सशस्त्र सेनाओं को अपना समर्थन देने की शपथ भी ली तथा उन्हें इंडिया गेट, नई दिल्ली जाकर भारतीय सेना के प्रति समर्थन दर्शाने के लिए प्रेरित किया गया, जहां पर रक्षा मंत्रालय द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ पर भारतीय सेना की वीरता व बलिदान के प्रतीक के रूप में तीन दिवसीय ‘पराक्रम पर्व’ का आयोजन किया जा रहा है। विश्वविद्यालय द्वारा जल्द ही भारतीय सेना के अनंत बलिदान तथा शौर्य के सम्मान में रक्तदान शिविर का आयोजन भी किया जायेगा।