Faridabad News, 24 April 2019 : विद्यार्थियों में उद्यमशीलता तथा नवाचार को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से जे.सी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद जल्द ही अपने परिसर में एक इंक्यूबेशन सेंटर स्थापित करेगा। यह सेंटर विश्वविद्यालय की एलुमनाई एसोसिएशन ‘माॅब’ के सहयोग से शुरू किया जायेगा।
यह जानकारी कुुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने पहले ‘आइडियाथाॅन 2019’ इवेंट के पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान दी। इस इवेंट में स्टाॅर्ट-अप को लेकर देशभर के शिक्षण संस्थानों से 130 आइडिया प्राप्त हुए थे, जिनमें से विद्यार्थियों के 65 स्टाॅर्ट-अप आइडिया को इवेंट में प्रदर्शित किया गया तथा सर्वश्रेष्ठ चुने गये आइडिया को नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। नकद पुरस्कार राशि एलुमनाई एसोसिएशन माॅब द्वारा ही प्रायोजित किये गये थे। सभी स्टाॅर्ट-अप आइडिया निवेशकों तथा बिजनेस विशेषज्ञों के निर्णायक मंडल द्वारा विभिन्न मानदंडों जैसे उत्पाद व्यवहार्यता, वित्तीय व्यवहार्यता, बाजार तथा मशीनरी व्यवहार्यता के आधार पर परखा गया।
प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि विद्यार्थियों के स्टार्ट-अप आइडिया केवल इस आयोजन तक सीमित नहीं होंगे, बल्कि विश्वविद्यालय इंक्यूबेशन सेंटर के माध्यम से विद्यार्थियों के स्टार्ट-अप आइडिया को सहयोग देगा। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के लिए एक ऐसा इकोसिस्टम तैयार करेगा ताकि वे अपने इनोवेटिव आइडिया स्टार्ट-अप में परिवर्तित कर सकें और साथ ही संबद्ध कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और सहयोगियों के बीच क्रॉस-नेटवर्किंग को बढ़ावा दे सकें। सेंटर में प्री-इंक्यूबेशन गतिविधियां विद्यार्थियों में नई तकनीकों की समझ विकसित करने, रचनात्मकता और डिजाइन सोच को बढ़ावा देने, विद्यार्थियों को शोध को बढ़ावा देने और व्यवसाय के लिए शिक्षकों के सहयोग, उद्यमिता कौशल के साथ विद्यार्थियों को लैस करने और डिजिटल कौशल विकसित करने में भी मदद करेगी।
कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय की योजना आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, नवीकरणीय ऊर्जा, ई-कॉमर्स, सूचना प्रौद्योगिकी और इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी और विज्ञान के अन्य क्षेत्रों में काम करने की है। कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि यह पहल स्टार्ट-अप इंडिया, स्किल इंडिया और मेक इन इंडिया के अनुसार नए उद्यमियों के बीच आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देगी।
आइडियाथाॅन इवेंट का 50,000 रुपये की राशि का प्रथम पुरस्कार नॉर्थकैप विश्वविद्यालय, गुरुग्राम की टीम अपने प्रोडक्ट टीवी और मॉनिटर्स के स्मार्ट एंड्रॉइड बॉक्स के लिए जीता। इसी प्रकार, दूसरे स्थान के लिए 20,000 रुपये की राशि के तीन पुरस्कारों में चैधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ और डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय, लखनऊ की टीम ने कम लागत वाले प्राकृतिक और जैविक उत्पाद के लिए, आईआईटी दिल्ली की टीम ने हेल्थकेयर मसाजिंग डिवाइस तथा गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, दिल्ली की टीम ने सीवेज सर्विलेंस व माॅनिटरिंग सिस्टम के लिए प्राप्त किया।
तीसरे स्थान के लिए 10,000 रुपये की राशि के चार पुरस्कारों में तीन पुरस्कार जेसी बोस विश्वविद्यालय, वाईएमसीए फरीदाबाद की टीमों ने स्मार्ट हेलमेट, पब्लिक ट्राॅसपोर्ट में एलईडी एडवरटाइजमेंट तथा महिला सुरक्षा के लिए आई-वाच प्रोजेक्ट के लिए दिये गये। इलेक्ट्रिक वाहन और आधुनिक बैटरी के लिए गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, दिल्ली से टीम ने भी पुरस्कार जीता।