Faridabad News, 09 Aug 2019 : बाईपास रोड़ पर किसान मजदूर कालोनी में बसी झुग्गियों को जिला प्रशासन ने नगर निगम की सहायता से हटाया दिया। इस अवसर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। इस रोड पर सैकड़ों की संख्या में झुग्गियां बसी हुई हैं। हालांकि तय हुआ था कि इन सभी झुग्गी वासियों का पुनर्वास किया जाएगा, परंतु बिना उन्हें बसाए हटाए जाने को लेकर शुक्रवार सुबह ही नगर निगम का अमला भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गया। इस कार्रवाई के विरोध में दिवंगत प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता विकास चौधरी के अनुज युवा कांग्रेस नेता गौरव चौधरी ने झुग्गी वालों का समर्थन किया। मौके पर पहुंचकर गौरव चौधरी ने एसडीएम सतबीर मान, पुलिस तथा नगर निगम के अधिकारियों से बातचीत की। गौरव चौधरी ने कहा कि कि वह इन झुग्गियों को हटाने के विरोध में कतई नहीं है, परंतु वह सरकार से मांग करते हैं कि पहले इनका पुनर्वास किया जाना चाहिए, उसके बाद ही उनके सिर से छत हटाई जाए। उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में झुग्गी वासियों के पास हाईकोर्ट के आदेश भी हैं। जिसमें स्पष्ट तौर पर उल्लेख किया गया है कि पहले उनका पुनर्वास किया जाए, इसके बाद ही झुग्गियों को हटाया जाए। गौरव चौधरी ने इस संदर्भ में अधिकारियों से साफ कहा है कि यदि झुग्गी वालों के साथ अन्याय किया गया तो कांग्रेस सडक़ों पर उतरकर सरकार के खिलाफ जबरदस्त विरोध प्रदर्शन करेगी। इस मामले को लेकर गौरव चौधरी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर को भी अवगत करवा दिया है। श्री तंवर ने गौरव चौधरी से झुग्गी वालों की आवाज बुलंद करने के निर्देश दिए हैं।
इसके बाद प्रदेश कांग्रेस महासचिव बलजीत कौशिक, गौरव चौधरी व अन्य कांग्रेस नेता इस मामले को लेकर हुडा प्रशासक सोनल गोयल से भी मुलाकात की और इस तोडफोड़ के प्रति अपनी नाराजगी दर्ज कराई परंतु श्रीमती गोयल ने कहा कि यह सरकार का आदेश है इसलिए वह इसमें कुछ नहीं कर सकती। इस पर कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी कि जल्द ही इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस एक बड़ा जनांदोलन चलाकर सरकार की ईट से ईट बजाने का काम करेगी।
यहां बता दें कि गौरव चौधरी दिवंगत प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता विकास चौधरी के छोटे भाई हैं। गौरव चौधरी ने अपने बड़े भाई की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाते हुए झुग्गी वासियों का साथ देने का ऐलान किया है। गौरव चौधरी ने कहा कि इन सभी लोगों ने हमेशा उनके दुख-सुख में दिया है तो इसलिए उनका भी दायित्व है कि दुख की घड़ी में आज वह उनके साथ खड़े होकर संघर्ष करें।