Faridabad News, 15 Dec 2018 : परमात्मा को साक्षी मानकर किए जाने वाले किसी भी कार्य में व्यक्ति को व्यवधान नहीं उत्पन्न होता। परमात्मा का स्मरण करने से ही व्यक्ति को परम शक्ति का ज्ञान होता है। इसलिए प्रभु का स्मरण हमेशा करना चाहिए। यह बात सैक्टर-19 स्थित पुष्पांजलि पार्क में श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ करते हुए कथा व्यास आचार्य उमेश पुरोहित ने कही। उन्होंने कहा कि ज्यों-ज्यों पृथ्वी पर अधर्म को बढ़ावा मिला त्यों-त्यों परमात्मा ने अनेक रूपों में आकर अधर्म और अधर्मी दोनों का संहार किया तथा भक्तों का कल्याण कर सिद्ध कर दिया कि परमात्मा भक्तों के सदैव साथ रहा है। यह कथाएं हमारी धार्मिक पुस्तकों में भी विद्यमान है। उन्होंने कहा कि आज आधुनिक तकनीक युग में व्यक्ति भागम-भाग की दौड में व्यस्त है। विलासता की चीजों की ओर दौड रहा है। धर्म के प्रति उसे समय निकालने की फुर्सत नहीं। यहां तक की जिन हाथों ने उसे चलना फिरना सिखाया बोलना तथा इस लायक बनाया कि वह अपने जीवन में किसी भी प्रकार की कमी महसूस न करे उन माता पिताओं को भी पूरा समय नहीं दे पाता। यह सब भौतिकता की ओर बढ़ रही विचारधारा का ही प्रतीक है। हमें असहायों, बुजुर्गों तथा गरीबों की सहायता के साथ-साथ अपने माता पिता और बुजुर्गों का स मान करना चाहिए यही परमात्मा की सच्ची पूजा है। इस अवसर पर के.पी. शर्मा, पुनीत मुंजाल, नीलू गुप्ता, राजेश कुमारिया, दीपक गुप्ता, गुलशन, मुकेश कक्कड, किरण कथूरिया, गीता छिब्बर, मधु सिंगला एवं मानस परिवार सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित थे।