Faridabad News, 26 July 2020 : 1999 कारगिल युद्ध में ऑपरेशन विजय की सफलता को याद करने के लिए हर साल 26 जुलाई को ‘कारगिल विजय दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष ने भारत की जीत की 21वीं वर्षगांठ को चिह्नित किया और यह इस देश के प्रत्येक नागरिक के लिए बहुत गौरव का क्षण है। युद्ध के मैदान पर अपने प्राणों की आहुति देने वाले जवानों को सम्मान देने के लिए, डीएवी इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट, फरीदाबाद के सरफ़रोश- द पैट्रिओट्स क्लब ने प्रधान निदेशक, डॉ. संजीव शर्मा के नेतृत्व में “नो योर रियल हीरोज” पर एक वेबवार्ता आयोजित की।
कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में, ‘Remini scence’, एक इंटर कॉलेज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था जिसमें पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता (सृजन) और हिंदी कविता पाठ प्रतियोगिता (काव्यांजलि) जैसे कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। उत्तर भारत भर से ढेरों प्रविष्टियों को प्राप्त किया गया था । दोनों प्रतियोगिताओं का थीम कारगिल विजय दिवस था।
आयोजन के प्रारंभिक विचार-विमर्श डॉ. धृति आहूजा द्वारा किए गए और उसके बाद प्रिंसिपल सर द्वारा स्वागत भाषण दिया गया। संयोजक डॉ. अंजलि आहूजा द्वारा वेबटॉक की थीम का परिचय और सह-संयोजक डॉ. रश्मि भार्गव द्वारा वक्ताओं का परिचय दिया गया। उस दिन के सम्मानित वक्ता जिन्होंने अपने अनुभवों से इस कार्यक्रम को रोशन किया, वे थे कर्नल डी वी श्योराण, कर्नल दीपक सिंह, स्क्वांडर लीडर अंकुर नाइक और मेजर विक्रांत खरे। एक घंटे के भीतर 1000 से अधिक दर्शक और प्रश्नों से भरे चैट बॉक्स कार्यक्रम की सफलता के प्रमाण हैं। मिस कनिका दुग्गल द्वारा कुछ प्रश्नों को लिया गया और योग्य वक्ताओं द्वारा उत्तर दिया गया।
प्रतियोगिता के परिणामों की घोषणा डॉ. निधि तुरान और सीए अलका नरुला ने आकर्षक तरीके से की। पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता (सृजन) में हीना कपूर (डीएवीआईएम) को प्रथम पुरस्कार, महक गौर (डीएवीशताब्दी) और पुष्पांजलि चौधरी (डीएवीआईएम) को क्रमश: पहलाऔरदूसरारनरअपमिला। जबकि, हिंदी कविता पाठ (काव्यांजलि) में पहले स्थान के लिए टाई था जिसे आशिका गर्ग (डीएवी आई एम) और विकास सिलवानी (डीएवी आईएम) ने हासिल किया। दूसरा और तीसरा स्थान क्रमशः युगी गुप्ता (लॉयड इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी) और स्वीटी कश्यप (डीएवी शताब्दी) के पास आया।
परदे के पीछे काम कर ने वाले पैट्रिओट्स क्लब के अन्य सदस्य थे सुश्री नीतू जुनेजा, सुश्री अर्चना मित्तल, सुश्रीमायावर्मा, सुश्री ईशा खन्ना, प्रिंस आहूजा और सुश्री आकांक्षा शर्मा। इस आयोजन के लिए समापन टिप्पणी रजिस्ट्रार डॉ. रितु गांधी अरोड़ा ने दी और डॉ. रश्मि भार्गव द्वारा धन्यवाद दिया गया। राष्ट्रीय गान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।