Faridabad News : गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग दिसंबर माह में 2 चरणों में होगा। चुनाव की तैयारियां जोरो-शोरो पर है। सभी उम्मीदवार अपनी जीत की उम्मीद लगाकर आमजन के साथ संपर्क बनाये हुए है। देश की जनता का ध्यान सिर्फ दो बड़ी पार्टियों पर केंद्रित है, चुनाव में कौन बाज़ी मारता है यह तो गुजरात की जनता तय करेगी। इसके लिए दोनों बड़ी पार्टियां गुजरात चुनाव के लिए अलग-अलग राज्यों से प्रतिनिधि तैयार करके गुजरात में भेज रही है।
गुजरात चुनाव में कांग्रेस हाईकमान द्वारा फरीदाबाद से वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कुंवर ओ.पी भाटी को अहमदाबाद सिटी 58 विधानसभा सीट के लिए कोर्डिनेटर की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। उन्होंने इस बड़ी जिम्मदारी के लिए राहुल गांधी व कांग्रेस युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष का धन्यवाद करते हुए कहा कि, यह एक बहुत अहम जिम्मेदारी है, जिसको में अपने पूरे दिल से निभाउंगा। यह बहुत बड़ी बात है कि हाईकमान ने इस जिम्मेदारी के लिए मुझ पर भरोषा दिखाया।
11 नवंबर कुंवर ओ.पी भाटी का जन्मदिन है, इस मौके पर न्यूज़ एनसीआर की ख़ास बात-चीत में उन्होंने बताया कि, ‘भाजपा लोगों के लिए जमीनी स्तर पर की कार्य नहीं कर रही है’ भाजपा सरकार सिर्फ लोगों को बरगलाने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि, ‘भाजपा सिर्फ कांग्रेस के समय के कार्यों को मोडिफाई कर के लोगों को दिखा रही है’ इनके पास अपनी कोई जनहित के लिए योजनाएं नहीं है। कुछ कार्य तो ऐसे है, जो कांग्रेस सरकार के समय में पाइपलाइन थे, किसी कारणवश पूरे नहीं हो पाए, वही योजनाएं भाजपा सरकार अब कर रही है, इनके पास अपना कुछ नहीं। उन्होंने कहा कि, ‘देश की जनता आजादी के पहले से सिर्फ कांग्रेस को ही जानती है व मानती आई है। उस समय भी कांग्रेस ही देश के लोगों के साथ खड़ी रही’।
कांग्रेसी नेता भाटी ने कहा की, कांग्रेस ने हमेशा लोगों को जोड़ने का काम किया है। महंगाई ने आमजन की कमर तोड़ के रख दी है, न आमजनता खुश है, न ही व्यापारी ! कांग्रेसी नेता के अनुसार भाजपा सरकार द्वारा किये जा रहे कार्य बिल्कुल निराधार है। उन्होंने बताया की नोटबंदी उसके बाद फिर जीएसटी का बोझ, इससे देश के लोग नाखुश है और यह योजनाएं भाजपा के लिए बहुत ही नकारात्मक सिद्ध होगी।
फरीदाबाद की विधानसभा 89 क्षेत्र के लोगों के प्रिय नेता कुंवर ओ.पी भाटी ने भाजपा पर लगातार हमला बोलते हुए कहा, भाजपा सरकार सिर्फ जनता को बरगलाने कर रही है। भाजपा सरकार से जनता का भरोषा उठने लगा है। इनके पास कोई ढंग का मुद्दा नहीं रह गया है। इसीलिए कभी नोटबंदी, कभी जीएसटी व् कभी गैस के दाम बढ़ा देती है। हाल ही में गैस के दाम बढ़ाकर गृहणियों के सर पर एक बड़ा बोझ दाल दिया।