Faridabad News : श्री बांके बिहारी मंदिर के प्रांगण में प्रथम नवरात्रे पर हिमाचल से प्रधान ललित गोस्वामी द्वारा लाई गई मां ज्वाला जी रूपी ज्योति की स्थापना मंदिर के मुख्य पुरोहित आचार्य संतोष जी द्वारा विधि विधान द्वारा की गई। ज्योति की स्थापना नौ दिनों के लिए प्रधान ललित गोस्वामी व उनकी धर्मपत्नी महिला मण्डल की प्रधान मीनाक्षी व सुपुत्र पीयूष गोस्वामी द्वारा की गई। इस मौके पर ललित गोस्वामी ने सभी श्रदालुओं को नवरात्रों की व नव सम्वतर की बधाई दी और कहा कि मां हर घर में सुख-शांति और समृद्वि प्रदान करें। उन्होनें कहा कि नवरात्रों के दिन प्रथमं शैलपुत्री की पूजा करने से मन निश्छल होता है और काम-कोध्र आदि शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है। उन्होनें कहा कि मां शैलपुत्री दुर्गा का महत्व एवं शक्तियां अनंत है। ललित गोस्वामी ने कहा कि सभी धार्मिक कार्यो की प्रेरणा उन्हें अपने पिताजी स्व.पंडित चमन लाल गोस्वामी से मिली है। उन्होनें कहा कि नवरात्रों पर हम व्रत रखते है, माँ की पूजा करते है,मनवाछित फल की कामना करते है। इसके विपरीत हम अपने बुजुर्गो की सेवा नहीं करते है उन्हें वृृद्वाश्रम में भेजते है,दहेज के लालच में बहुओं को जलाकर मार देते है,बेटियों को अभिशाप समझकर कोख में ही मार देते है। इसलिए हमारे जीवन में फल की जगह अशुभ फल आता है। प्राकृतिक आपदाएं बढ़ रही है,जीवन में सुख शांति चाहिए तो बुजुर्गो की और माता पिता की सेवा करें, नारी का सम्मान करें,बेटा बेटी का भेदभाव बंद करें, दहेज के लालच में बहुओं को मारने की जगह बहुओं को बेटियां समझें। ललित गोस्वामी ने कहा कि नौ दिन हो सके तो व्रत रखें एक समय भोजन करें,नहीं तो जोड़ा व्रत रखें लेकिन सात्विक रहें। इस अवसर पर मंदिर के प्रधान ललित गोस्वामी, अशोक अरोड़ा,संजय दत्ता,सतीश अरोड़ा,मंदिर के पुजारी आचार्य संतोष जी महाराज, पीयूष गोस्वामी, हिमांक, पराग, उत्सव गोस्वामी, ऋषि दत्ता, रितेश गोस्वामी, महिला मण्डल की प्रधान मीनाक्षी गोस्वामी, प्रीति गोसाईं, चारू गोसाईं, गीता गोसाईं, शोभा दत्ता, रेखा आहूजा, रमा अरोड़ा उपस्थित थे।