Faridabad News, 22 Feb 2019 : मानव रचना शैक्षणिक संस्थान के संस्थापक (स्वर्गीय) डॉ. ओपी भल्ला को एसोचैम की ओर से नवाचार के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की उपस्थिति में संस्थान के एमडी डॉ. संजय श्रीवास्तव ने केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु से यह अवॉर्ड ग्रहण किया। कार्यक्रम में एसोचैम के महासचिव उदय कुमार वर्मा, मानव रचना शैक्षणिक संस्थान के अध्यक्ष और एसोचैम नेशनल काउंसिल फॉर एजुकेशन के चेयरमैन डॉ. प्रशांत भल्ला, एआईसीटीई के वाइस चेयरमैन डॉ. एमपी पूनिया समेत शिक्षा क्षेत्र से जुड़े कई गणमान्य लोग मौजूद थे।
व्यवसायात्मिका बुद्धिरेकेह कुरुनन्दन ।
बहुशाखा ह्यनन्ताश्च बुद्धयोव्यवसायिनाम् ॥४१॥
हे अर्जुन ! इस कर्मयोग में निश्चयात्मिका बुद्धि एक ही होती है; किंतु विवेकहीन सकाम मनुष्योंकी बुद्धियाँ निश्चय ही बहुत भेदोंवाली और अनंत होती हैं । 41
डॉ. ओपी भल्ला, केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक दूरदर्शी और गतिशील शिक्षाविद थे, जिन्होंने बेहतर मानव के निर्माण के इरादे से मानव रचना नाम से एक शैक्षिक आंदोलन को आकार दिया। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में पूरे हरियाणा का नक्शा बदल दिया। एक वक्त था जब उत्तर भारत के छात्रों को इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के लिए दूसरे राज्यों में जाना पड़ता था, जिसके लिए उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता था, फिर चाहे वो भाषा हो या फिर खान-पान।
मिशन ‘मानव रचना’ शैक्षिक संस्थानों के साथ जारी है, जो हमेशा अपने छात्रों को भारतीय लोकाचार और मूल्यों की पृष्ठभूमि में चुने हुए क्षेत्रों में नवीनतम ज्ञान और कौशल के साथ प्रशिक्षित और लैस करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि उन्हें बदलने के लिए किसी भी वैश्विक चुनौती का सामना करने में सक्षम बनाया जा सके। इस महान देश के व्यावहारिक, सम्मानजनक और जिम्मेदार नागरिकों में और ज्ञान के निर्माण और प्रसार के लिए अग्रणी सैद्धांतिक और व्यावहारिक अनुसंधान की एक कार्य संस्कृति को लागू करने के लिए।
आज, डॉ. ओपी भल्ला हमारे साथ नहीं हैं, लेकिन उत्कृष्टता में उनकी समृद्ध विरासत एक स्थायी गवाही है जिसकी खुशबू हमें प्रेरित करती रहेगी।
बुलंद हौसले से कर गए वो काम
शिक्षित समाज के लिए रचा इतिहास
‘मानव रचना’ दे रहा सपनों को उड़ान
हर मानुष आज कर रहा उनका सम्मान