Faridabad News : इंडियन योगा फैडरेशन के तत्वाधान में 36 वीं राष्ट्रीय योगा चैम्पियनशिप का शुभारम्भ शुक्रवार को सेक्टर 65 साहूपुरा स्थित आशा ज्योति विद्यापीठ में हुआ। इस प्रतियोगिता में देश भर के बीस राज्यों की योगा टीमें हिस्सा ले रहीं है, तीन दिवसीय यह राष्ट्रीय प्रतियोगिता रविवार को सम्पन्न होगी। प्रतियोगिता का शुभारम्भ प्रदेश के पूर्व मंत्री पंडित शिव चरण लाल शर्मा ने किया। इस मौके पर आशा जयोति विद्यपीठ संस्थान के चैयरमने सत्यवीर डागर, इंडियन योगा फैडरेशन के महासचिव मृणल चक्रवती, कोषाध्यक्ष मृणमार्य शाह, उपायध्यक्ष बृजभूषण पुरोहित, मुख्य सलाहाकार निर्मल शाह, अजय शास्त्री, डीपी पुट्टी गोडा, केपी भास्कर मेनन, जीशु चक्रवती, गोपाल डान, कर्नल गोपाल सिंह, एममैरी अप्पन, मकरंद शर्मा, प्रोदीप मुगल, कृष्ण सारंग, गुरमेश सिंह प्रमुख रुप से उपस्थित थे। इस मौके पर उपिस्थत लगभग पांच सौ खिलाडियों को सम्बोधित करते हुए मुख्यातिथि शिव चरण लाल शर्मा ने कहा कि आज योगासन को मात्र योगासन की तरह से न लेकर खेल भावना से भी लेना चाहिए, उनके अनुसार वेशक आज योग खेल प्रतियोगिता का हिस्सा नहीं है, पर उनका यह प्रयास होगा कि योगासन को कम से कम खेल प्रतियोगिता का हिस्सा बनाया जाए। इस मौके बोलते हुए आशा ज्योति विद्यापीट के चैयरमेन सत्यवीर डागर ने कहा कि उनके लिए यह गर्व की बात है कि आज आशा ज्योतिविद्यापीठ को देश भर के बीस राज्यों से आए साढे सात सौ खिलाड़ी तथा उनके प्रशिक्षकों का स्वागत करने का सौभागय मिला है। श्री डागर ने कहा कि आशा ज्योति विद्यापीठ की नींव उन्होंने इस उद्देश्य को लेकर डाली थी यहां पर आने वाले बच्चों को सभी प्रकार की विधाओं मे महारत हासिल हों, और मेरा मानना है कि जिस प्रकार से आशा ज्योति विद्यापीठ को आज एक छोटे भारत होने का सौभागय देश भर की इन टीमों से मिला है उससे यहां बच्चे भी बहुत कुछ सीखेंगें। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता से इस क्षेत्र के योग करने वाले बच्चों का हौंसला बढेगा तथा उन्होंने इस मौके पर सभी भागीदारी करने वाली टीमों को बधाई भी दी।
गत वर्ष यह प्रतियोगिता तमिलनाडू में हुई थी जिसमें पंश्चित बंगाल की योगा टीम विजेता तथा त्रिपुरा राज्य की टीम दो नम्बर पर रही थी तथा इस बार यह माना रहा है कि पिछली बार नम्बर तीन पर रहे तेलंगाना की टीम इन दोनों प्रदेशों की टीम को कडी टक्कर देगी जिस कारण इस बार की इस प्रतियोगिता को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।