Faridabad News, 21 Sep 2020 : कैप्टन नेत्रपाल हुड्डा पहलवान को ध्यानचंद अवार्ड मिलने पर बडख़ल विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक सीमा त्रिखा ने फूलों का गुलदस्ता भेंट कर मुबारकबाद दी।
इस मौके पर विधायक सीमा त्रिखा ने कहा कि कहा केंद्र व प्रदेश की सरकार हर प्रकार के खेलों को बढ़ावा देने के लिए अनेक प्रकार की योजनाएं व स्कीम लागू कर रही है, जिससे युवाओं में खेलों की ओर तेजी से रुझान बढ़ा है। उन्होंने कहा कि पहले जहां युवा खेल को सिर्फ अपने स्वास्थ्य को बरकरार रखने की दृष्टि से खेलते थे लेकिन अब इस क्षेत्र में सुनहरा करियर के भी पर्याप्त अवसर मिल रहे है, जिससे युवा तेजी से खेलों की ओर लौट रहे हैं। उन्होंने कहा कि शहर के जाने-माने पहलवान को ध्यानचंद अवार्ड मिलने से जिले के युवाओं में कुश्ती के लिए रुझान बढ़ेगा और उम्मीद है भविष्य में जिले के पहलवानों को भी ऐसे ही अवार्डों ने नवाजा जाएगा।
इस मौके पर टोनी पहलवान, मनोज मल्होत्रा, अजरौंदा मंडल अध्यक्ष कुलदीप सिंह साहनी, ने बताया कि पहलवान नेत्रपाल हुड्डा को ध्यानचंद पुरस्कार वर्ष 1970 में बैंकाक में आयोजित एशियन गेम्स में कुश्ती के 74 किलो भार वर्ग में फ्री स्टाइल वर्ग में कांस्य पदक, 1974 में न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में फ्री स्टाइल 82 किलो भार वर्ग में रजत पदक, वर्ष 1970 से लेकर 1982 तक लगातार राष्ट्रीय खेल पदक प्राप्त करने तथा वर्ष 1968, 1969, 70, 74, 75 व 76 में नेशनल चैंपियन बनने जैसे कारनामे करने पर दिया गया। जिले के गांव दयालपुर में जन्मे नेत्रपाल हुड्डा 18 वर्ष की आयु में ही सेना में सिपाही के रूप में भर्ती हो गए थे। वर्ष 1965 में उनकी पोस्टिंग असम में हुई। सेना में ही रहते हुए प्रसिद्ध पहलवान कैप्टन स्व. चांदरूप से कुश्ती के गुर सीखने वाले नेत्रपाल ने इसके बाद राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में ढेरों पदक हासिल किए। पंजाब के अमृतसर में वर्ष 1970 में ‘रुस्तम-ए-हिन्द’ का खिताब मिला तो वर्ष 1973 में मेहर सिंह पहलवान को चित कर ‘भारत केसरी’ का तमगा भी हासिल किया था।
इस अवसर पर ओबीसी मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष प्रवीण चौधरी, बुधराम भडाना, कौशल भारद्वाज, पलविंदर हुड्डा, नवीन पसरिचा एवं अन्य लोग विशेष रूप से उपस्थित रहे।