फरीदाबाद 14 फरवरी । कोरोना योद्धा, पूर्व सैनिकों के बच्चों व मेधावी छात्रों के लिए लिंग्याज विद्यापीठ डीम्ड-टु-बी ने चार करोड़ रुपए की लिंग्याज छात्रवृत्ति प्रवेश परीक्षा 22-23 (एलएसईटी) शुरू की है। शनिवार को हरियाणा सरकार के पूर्व मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण ने इसे लांच किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस छात्रवृत्ति योजना से छात्रों को काफी आर्थिक मदद मिलेगी। जिससे वे अपनी पढ़ाई और बेहतर ढंग से कर सकेंगे। उन्होंने यूनिवर्सिटी की भी सराहना करते हुए कहाकि यह एक अच्छी पहल है। अन्य बड़े शिक्षण संस्थानों को भी इस तरह की पहल करनी चाहिए, जिससे मेधावी छात्रों को छात्रवृत्ति के रूप में आर्थिक मदद मिल सके। इस दौरान लिंग्याज ग्रुप के चेयरमैन डा. पिचेश्वर गड्डे ने कहां कि 50% स्कॉलरशिप हरियाणा के छात्र-छात्राओं के लिए होगी। जिससे हरियाणा राज्य के विकास में हमारी ओर से एक योगदान हो सके। वही प्रो वाइस चांसलर प्रो. जसकिरण कौर ने कहाकि यूनिवर्सिटी ने कोरोना योद्धा, पूर्व सैनिकों के बच्चों व मेधावी स्टूडेंट्स को 4 करोड़ की स्कॉलरशिप देगी। इसमें ट्यूशन फीस पर 100 फीसदी तक छात्रवृत्ति दी जाएगी। उन्होंने कहा इस छात्रवृत्ति को लांच करने का उद्देश्य योग्य छात्रों की प्रतिभा को पहचानना व उन्हें पेशेवर और तकनीकी पाठ्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करना है। यूनिवर्सिटी की कोशिश है कि मेधावी छात्रों को आगे की पढ़ाई पूरी करने का मौका मिले। इसलिए यह उनके लिए एक इनाम है, जिससे वे अपने सपनों को पूरा कर सकें।
छात्रवृत्ति के लिए कैसे होगी अंकों की गणना:
स्कॉलरशिप टेस्ट से 40, कक्षा 10वीं के प्रदर्शन से 20, कक्षा 12 वीं के प्रदर्शन से 40 फीसदी वेटेज होगी। छात्रवृत्ति के लिए न्यूनतम योग्यता अंक 85 फीसदी है। इस परिक्षा को छात्र-छात्राएं 2 बार दे सकेंगे। इस मौके पर निर्देशक भाविक कुचिपुड़ी व कुलसचिव प्रेम कुमार सालवान भी मौजूद थे। कार्यक्रम का मंच का संचालन डॉ. स्मृति महाजन ने किया।
छात्रवृत्ति के लिए देनी पड़ेगी परीक्षा:
छात्रवृत्ति प्रवेश परीक्षा में भाग लेने के बाद स्टूडेंट्स को ऑनलाइन एक लिंक मिलेगा। इसके बाद प्रक्रिया शुरू होगी। 3 घंटे की इस परीक्षा में 150 ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाएंगे।