Faridabad News, 13 April 2021 : जानी मानी शिक्षिण संस्था लिंग्यास विद्यापीठ, डीम्ड-टू-बी- यूनिवर्सिटीके सितारे इन दिनों बुलंदी में है। एक बार फिर लिंग्याज ने कुछ नया कर दिखाया है। इस बार ऐसा क्रेडिट साइज छोटा कंप्यूटरतैयार किया गया है। जिसमें पीसीबी(PCBप्रिंटिड सर्केट बोर्ड) बोर्ड का इस्तेमाल किया गया है। इस पीसीबी बोर्ड को एक छोटे से प्रलास्टिक कवर के अंदर रखा गया है। इसी कारण इसे बोइची-इन.वी (असम के एक फूल का नाम) का नाम दिया गया है। जोकि ना ही अपने लिए ज्यादा जगह लेगा और ना ही ज्यादा बिजली की खपत होगी। इस छोटे कंप्यूटर को अपने घर के टीवी के साथ भी जोड़ा जा सकता है। जिसे कंम्पयूटर साइंस डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉ. नंद कुमार ने अपनी मेहमत और लगन से मनाया है। उन्होंने बताया कि इसको बनाने में काफी समय लगा। लेकिन मेरा ये समय रंग लाया है। ये आकार मे छोटे जरूर हैं, लेकिन इसकी भंडारण क्षमता अधिक है।डॉ. नंद ने बताया कि CPU कम्प्यूटर का महत्वपूर्ण भाग है जिसे प्रोसेसर, माइक्रोप्रोसेसर और सीपीयू भी कहते है, जो कम्प्यूटर से जुड़े सभी हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, यूजर्स तथा इनपुट डिवाइसों से प्राप्त डेटा एवं निर्देशों को संभालता है, और उसे प्रोसेस करके परिणाम देता है। मेरे इस छोटे से कंप्यूटर के जरिए आप कोई भी काम कर सकते हैं और उस डाटा को सेव भी कर सकते है।
क्या-क्या हैं इस कंप्यूटर में
इस छोटे कंप्यूटर को लिनक्स बेस्ड ऑप्रेटिंग सिसटम के साथ मिलकर रास्पबेरी पाई नामक सर्केट बोर्ड का इस्तेमाल कर इसे तैयार किया गया है। जिसमें 4 जीबी रैम, 16 जीबी एसडी मैमोरी कार्ड लगा हुआ है। इतना ही नहीं आप इसमें 64 जीबी तक का कार्ड भी लगा सकते हैं। इस पीसीबी बोर्ड में 2 एचडीएमआई (HDMI- हाई डेफिनेशन मल्टीमीडिया इंटरफेस ) माईक्रो पोर्ट लगे हुए हैं। जिससे इसकी हाई पिक्चर क्वालिटी देखी जा सकेगी। इस कंप्यूटर में 4 यूएसबी पोर्ट है। जिसमें ऑडियो-विडियों, कैमरा, माइक्रो-फोन, हेड फोन भी अटैच किया जा सकता है। वहींइंटरनेट की सुविधा के लिए ईथरनेट पोर्ट व वाई-फाई कनेक्शन जोड़ा गया है।इतना ही नहीं इसमेंबच्चों के लिए गेम्स, पावर प्वाइंट व एक्सेल भी है।
क्या आए बदलाव
दुनिया का पहला सीपीयू(CPU) माइको प्रोसेसर बेस्ड, 1970 के दशक में Intelद्वारा बनाया गया था। तब से लेकर अब तक इसके डिजाइन और इम्पलीमेंट में कई बदलाव आ चुके है। परन्तु इसके Fundamental Operation अर्थात काम करने के तरिके में ज्यादा बदलाव नहीं आया है।संगणन शक्ति (Computing Power) के संदर्भ में सीपीयूएक कंप्यूटर प्रणालीका सबसे महत्वपूर्ण तत्व (Important element)है।प्रोसेसर को महत्वपूर्ण बनाने में इसके कम्पोनन्टका बहुत बड़ा योगदान है।लिंग्याज ग्रुप के चेयरमैन डा. पिचेश्वर गड्डे का कहना हैं कि किसी भी नए गैजेट को तैयार करनें में टाइम लगता है। वहीं टाइम और उसमें लगी मेहनत एक दिन रंग लाती है। डॉ. नंद के द्वारा बनाए गए इस इनोवेशन में उनकी मेहनत और समय दोनों नजर आता है। मुझे अच्छा लगता हैं कि लिंग्याज के पास डॉं नंद जैसे प्रोफेसरस हैं। अपने इस एक्सपिरेंस को वे लिंग्याज के बच्चों में बाटें ताकि उनके अंदर भी कुछ अलग करने की इच्छा जागे।