Faridabad News, 07 June 2021 : COVID महामारी – विज्ञान, नवाचार और समाज पर डॉ समीर के ब्रह्मचारी द्वारा व्याख्यात्मक विशेषज्ञ वार्ता में आज 700 से अधिक शिक्षाविद और शोधकर्ता एकत्र हुए।
डॉ. ब्रह्मचारी ने अपनी अमूल्य अंतर्दृष्टि साझा की और इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे COVID वायरस में 4 अज्ञात अमीनो एसिड पाए जाते हैं जो इस दुनिया के किसी भी जानवर में नहीं पाया जा सकता है और इससे इस वायरस को समझने, इलाज करने, इसकी वैक्सीन बनाने और इससे लड़ने की चुनौती और भी जटिल हो जाती है।उन्होंने कहा, “हम इस दुनिया और मानवता को न केवल विज्ञान से बल्कि मूल्य-आधारित शिक्षा से भी बचा सकते हैं, जो इस दुनिया को अभी जिस करुणा और सहानुभूति की आवश्यकता है उसे सुनिश्चित कर सकते हैं|”
मानव रचना शैक्षणिक संस्थान के अध्यक्ष डॉ. प्रशांत भल्ला; डॉ. एन सी वाधवा, महानिदेशक, MREI; डॉ. संजय श्रीवास्तव, एमडी, एमआरईआई और कुलपति, मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज और कई अन्य शिक्षाविद, संकाय और विश्वविद्यालय के प्रमुख आज इस मंच पर एक साथ एकत्रित हुए|
डॉ. प्रशांत भल्ला ने कहा, “इस साल हमने कई चुनौतियों का सामना किया है जो 2020 में नहीं थीं, कई लोगों की जान चली गई और कई परिवार प्रभावित हुए, लेकिन इन सबके बावजूद, आज हम यहां हैं और हमने उस दूसरी लहर का सामना किया है जिसने हमारे अस्तित्व, हमारे परिवार, और हमारे देश के लिए खतरा पैदा कर दिया था। आज जब स्तिथि सामान्य होने की तरफ बढ़ रही है तो इस वक़्त हम सभी को उसी स्तर की सामान्य स्थिति बनाए रखने की दिशा में काम करना चाहिए, जो हमने 2020 के बाद दिखाई थी।”
इन दिग्गजों के शब्दों ने मंच पर प्रत्येक को प्रेरित किया कि सुरंग के अंत में हमेशा प्रकाश होता है और उस प्रकाश की ओर पहुंचने के लिए मानवता को मूल्य-आधारित शिक्षा प्रणाली के साथ आगे बढ़ते रहना चाहिए |