Faridabad News, 03 Jan 2021 : राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संगठन सामाजिक समरसता मंच द्वारा एसी नगर स्थित पंडित अमरनाथ हाई स्कूल मे एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद श्रीमती निर्मल धामा (रिटायर्ड प्रशानिक अधिकारी, नगर निगम ,फरीदाबाद), मान राजेश महेश्वरी (राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ, कार्यवाह, फरीदाबाद महानगर) अरुण त्यागी (जिला संयोजक, सामाजिक समरसता, फरीदाबाद),जय प्रकाश अरोड़ा, डा.राजकुमार सिंह, दिनेश बंसवाल, पम्मी सिंह, दीपांशु त्यागी व ओ.पी धामा ने महात्मा सावित्री बाई फूले की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें शत शत नमन किया। कार्यक्रम के मुख्यवक्ता श्री मान राजेश महेश्वरी(कार्यवाह फरीदाबाद महानगर) थे। इस मौके पर बच्चों द्वारा उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला गया और रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए गए। इस मौके पर मुख्य अतिथि निर्मल धामा जी ने कहा कि आज देश की पहली महिला शिक्षक, समाज सेविका सावित्रीबाई ज्योतिराव फुले की 187वीं जयंती है. उनका जन्म 3 जनवरी, 1831 को हुआ था. वह भारत के पहले बालिका विद्यालय की पहली प्रिंसिपल और पहले किसान स्कूल की संस्थापक थीं. सावित्रीबाई ज्योतिराव फुले को भारत में सामाजिक सुधार आंदोलन की एक अहम शख्सियत माना जाता है। उन्होनें नारी शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि हर बच्ची को शिक्षा अवशय ग्रहण करनी चाहिए। श्री मान राजेश महेश्वरी ने माता सावित्रीबाई फुले जी के पद चिन्हों पर चलने पर जोर दिया।श्री मान अरूण त्यागी ने माता पिता के आज्ञाकारी बनने पर जोर दिया। उन्होनें माता सावित्रीबाई फुले पर मुक्तक के माध्यम से अपने विचार प्रस्तुत किये।
नमन सावित्री बाई फुले को,नारी शिक्षा की ज्योति जलाई।
नारी को शिक्षित करने की,नई परम्परा जिसने चलाई।।
संघर्षों में अटल रही वो, सदा अपने लक्ष्य पर डटी रही-
अपमानों का गरल पान कर,जनता की बस करी भलाई।।
दिनेश बंसवाल ने कहा कि देश की प्रथम महिला शिक्षक एवं समाजसेविका सावित्री बाई फूले जी ने उन्नीसवी शताब्दी में भारतीय समाज में व्याप्त छूआ छूत, सती प्रथा, बाल विवाह तथा विधवा विवाह निषेध जैसी कुरीतियों आजीवन लड़ाई लड़ी। राष्ट्रीय गान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। सामाजिक समरसता मंच द्वारा प्रतिभागी बच्चों को स्मृति चिन्ह्र देकर सम्मानित किया गया और सभी को प्रसाद वितरण किया गया।