Faridabad News : एनएसयूआई प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री सहित कॉलेज छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। आज शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन एनएसयूआई प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री के नेतृत्व में छात्र कॉलेज गेट पर ताला लगाने की तैयारी में थे लेकिन वह गेट पर ताला लगाते इससे पूर्व ही पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया और प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री सहित नौ छात्रों को गिरफ्तार कर लिया। एनएसयूआई प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री ने कहा कि पुलिस ने बर्बरतापूर्वक छात्रों पर लाठीचार्ज किया है। इतना ही नहीं पुरूष पुलिसकर्मियों ने छात्राओं को भी नहीं बख्शा। उनके साथ भी कठोरता पूर्वक व्यवहार किया है। अत्री ने कहा कि खट्टर सरकार अब छात्रों पर लाठीचार्ज कर अपना बल दिखाने का प्रयास कर रही है। गिरफ्तार हुए छात्रों में प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री, नेहरू कॉलेज अध्यक्ष मोहित त्यागी, नेहरू कॉलेज उपाध्यक्ष अभिषेक वत्स, विकास फागना, मनीष कुमार, वीरू, विक्रम यादव, संजीव, अंकित शामिल हैं। अपनी मांगों को लेकर नेहरू कॉलेज गेट के बाहर प्रदर्शन कर रहे एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने शुक्रवार सुबह दस बजे उस वक्त लाठी चार्ज कर दिया जब कार्यकर्ता कॉलेज का गेट बंद करने की कोशिश कर रहे थे। इस लाठीचार्ज में कई छात्र घायल हुए हैं। लाठी चार्ज के बाद पुलिस ने एनएसयूआई के प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री सहित नौ छात्रों को हिरासत में ले लिया। बता दें कि एनएसयूआई कार्यकर्ता प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री के नेतृत्व में पिछले 26 दिन-रात से नेहरू कॉलेज के बाहर धरने प्रदर्शन पर बैठे हुए हैं। छात्रों की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही कांगे्रस के वरिष्ठ नेता लखन कुमार सिंगला, मुनेश शर्मा, बलजीत कौशिक, सुमित गौड़, विकास चौधरी, रिंकू चंदीला, योगेश ढ़ीगड़ा, कुलदीप अधाना, डा. सौरभ शर्मा, एडवोकेट अनूप शर्मा सहित अनेक नेता पुलिस चौकी पहुंचे।
एनएसयूआई के प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री ने कहा कि खट्टर सरकार ने आज छात्रों पर लाठीचार्ज कर यह दिखा दिया है कि वह कितनी कमजोर है, जिसने छात्रों पर अपराधियों की तरह लाठीचार्ज किया है। यह लोकतंत्र का हनन है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने आज हमें गिरफ्तार कर धरना प्रदर्शन खत्म करने का दबाव बनाया। अत्री ने कहा कि अपने छात्र साथियों के भविष्य को देखते हुए आज उन्हें अपना धरना प्रदर्शन खत्म करना पड़ रहा है लेकिन वह छात्र हितों के लिए हमेशा लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार से वह डरने वाले नहीं है। कृष्ण अत्री ने बताया कि आज पुलिस ने हम पर न सिर्फ लाठीचार्ज किया बल्कि जब मुझे गिरफ्तार कर लिया तो उस समय मेरा फोन एक छात्र के पास था। पुलिस ने उस छात्र से मेरा फोन खुलवा उससे सारे रिकार्ड डिलीट करवाने की कोशिश की लेकिन जब वह छात्र इस बात के लिए राजी नहीं हुआ तो पुलिस ने उसकी जमकर पिटाई की। पुलिस ने छात्र को बड़ी बेरहमी के साथ मारा और फोन खुलवाने का प्रयास किया परन्तु फिर भी उस छात्र ने मेरा फोन नहीं खोला तो पुलिस ने उससे लेकर वह फोन जब्त कर लिया। कृष्ण अत्री ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन छात्र हितों के मुद्दो को उठाता आया है लेकिन खट्टर सरकार ने हमेशा से छात्रों के साथ अपराधियों की तरह व्यवहार किया है। कभी उन्हें नजरबंद करके तो कभी उनपर लाठीचार्ज करके। आज भी कॉलेज पर इतनी बड़ी भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद था और लाठीचार्ज किया जैसे वहां छात्र नहीं बल्कि आपराधिक प्रवृति के लोग हो। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार छात्र विरोधी सरकार है। इसका खामियाजा उन्हें आने वाले दिनों में भुगतना पड़ेगा। कृष्ण अत्री ने बताया कि वह अपना आठ सूत्रीय मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन कर
उन्होंने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन की प्रमुख मांगे इस प्रकार है 1) सभी सरकारी कॉलेजों में यूजी, पीजी कक्षाओ में 20 प्रतिशत सीट बढ़ाने के लिए।
2) छात्रसंघ चुनाव बहाल तथा प्रत्यक्ष रूप से बहाल करनेके लिए।
3) फरीदाबाद में रीजनल सेंटर बनवाने के लिए।
4) नेहरू कॉलेज की जर्जर पड़ी इमारत का निर्माण करानेके लिए।
5) सभी सरकारी कॉलेजो में मूलभूत सुविधाएं एवं स्टाफपूरा कराने के लिए।
6) मैगपाई चौक पर छात्रों को रोड पार कराने के लिएफुटओवर ब्रिज का निर्माण जल्द कराने के लिए।
7) सैमेस्टर प्रणाली बंद हो।
8) प्रत्येक कॉलेज में छात्रों के लिए वूमैन सेल का गठन।
इस मौके पर जिला महासचिव चेतन, आरिफ खान, मोहित चंदीला, गौरव कौशिक, सोनू सिंह, विक्रम यादव, मोहित गर्ग, देव चौधरी, मनीष, रवि रावत, जेपी, प्रशांत, कन्हैया, योगेश, मनीष सिडोला, अनिल, सूरज सिंह, राहुल, विकास, शिवम, शैंकी, प्रवेश, राहुल, मोहन, अशोक, तरुण, देवेंद्र, नवीन, लक्ष्मण, आकाश, सीमा, खुशबू चौधरी, राखी, ज्योति, हेमा, रीना, श्वेता, रिंकी, शिल्पा, सुनीता, उर्वशी, बिमला, ललित गौतम, उमेश, सोनू सैनी, राज आदि मौजूद थे।