Faridabad News, 18 Nov 2019 : फरवरी 2020 में होने वाले सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला के आगामी 34वें संस्करण के लिए चल रही तैयारियों में, हरियाणा पर्यटन, सूरजकुंड मेला प्राधिकरण और हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच एचपीटीडीसी के होटल पीटरहॉफ में 18.11. 2019 शाम 4.00 बजेे बैठक हुई।
बैठक का एजेंडा 1-16 फरवरी 2020 से आयोजित किए जाने वाले 34 वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला के दौरान हिमाचल प्रदेश की “थीम राज्य” के रूप में भागीदारी और चर्चा करना था। बैठक में श्री श्रीकांत बादली, आईएएस, मुख्य सचिव, हिमाचल प्रदेश सरकार और श्री विजई वर्धन, आईएएस, अतिरिक्त मुख्य सचिव पर्यटन, हरियाणा सरकार और उपाध्यक्ष, सूरजकुंड मेला प्राधिकरण ने अपने-अपने राज्यों का प्रतिनिधित्व किया। श्री वर्धन ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से थीम स्टेट के रूप में हिमाचल प्रदेश की भागीदारी की अपेक्षित मात्रा पर श्री बादली को अवगत कराया।
हिमाचल प्रदेश ने सुरजकुंड मेले में पहली बार ’थीम स्टेट’ के रूप में वर्ष 1996 में भाग लिया । महेश्वर देवता मंदिर गेट की प्रतिकृति हिमाचल प्रदेश द्वारा सूरजकुंड मेला ग्राउंड में भागीदारी को मनाने के लिए बनाई गई थी। श्री बादली मुख्य सचिव होने के अलावा पर्यटन, नागरिक उड्डयन और आवास मंत्रालय का भी प्रभार संभालते हैं। श्री बादली ने पिछले 23 वर्षों से प्रतिकृति को बनाए रखने के लिए हरियाणा पर्यटन और सूरजकुंड मेला प्राधिकरण के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने आगे आश्वासन दिया कि आगामी सूरजकुंड मेले के लिए राज्य द्वारा प्रतिकृति का नवीनीकरण और पुनर्विकास किया जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि हिमाचल पर्यटन को विभिन्न कारीगरों, दिवस कलाकारों और सांस्कृतिक मंडलों के माध्यम से हिमाचल प्रदेश के सभी क्षेत्रों की समान भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए।
उन्होंने बैठक में मौजूद राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे राज्य के स्मरणोत्सव, फूड स्टॉल और एंबिएंस के पर्यटन मंडप की योजना बनाकर सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें। उन्होंने आगे बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों का एक दल जल्द ही सटीक भागीदारी को औपचारिक रूप देने के लिए सूरजकुंड का दौरा करेगा। श्री विजई वर्धन ने सूरजकुंड मेले के दौरान हिमाचल प्रदेश को हर संभव मदद करने का श्री बादली को आश्वासन दिया।
श्री यूनुस, आईएएस, निदेशक पर्यटन, हिमाचल प्रदेश, टी.एस. नेगी, संयुक्त निदेशक, उद्योग विभाग, राम सुभाग सिंह, आईएएस, एसीएस, भाषा, कला और संस्कृति (एलएसी), हिमाचल प्रदेश सरकार, हंस राज शर्मा, आईएएस, निदेशक (उद्योग) हिमाचल प्रदेश सरकार, रमन सिंह निदेशक, भाषा, कला और संस्कृति (एलएसी), हिमाचल प्रदेश सरकार बैठक में उपस्थित अन्य प्रमुख अधिकारी थे। श्री बादली ने यह भी बताया कि श्री यूनुस, आईएएस, निदेशक पर्यटन, हिमाचल प्रदेश सरकार को सर्वश्रेष्ठ संभव भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए ‘‘नोडल अधिकारी‘‘ के रूप में नियुक्त किया गया है।
केके यादव, मुख्य अभियंता, एचटीसी, चंडीगढ़, दिलावर सिंह, जीएम, एचटीसी, प्रधान कार्यालय, धरमवीर, वास्तुकार, एचटीसी, राजेश जून, एडीएम, एचटीसी और नोडल अधिकारी, सूरजकुंड मेला प्राधिकरण और राजिंदर कुमार शर्मा, लाइजन ऑफिसर, एचटीसी, दिल्ली कार्यालय, बैठक में उपस्थित अन्य अधिकारी थे।