Faridabad News, 17 Feb 2020 : फरीदाबाद के एन एच तीन स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं हेतु फरीदाबाद जिले के 16वें बाल सलाह, परामर्श व् कल्याण केंद्र के स्थापना अवसर पर और मेगा पी टी एम पर कही गयी है। इस अवसर पर “मनोवैज्ञानिक प्रेरणा के माध्यम से बाल शोषण कम करने की रणनीति व् योजना” विषय पर एक सेमिनार आयोजित किया गया। इस अवसर पर उपायुक्त यशपाल ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करते हुए अपने सम्बोधन में कहा कि बाल शोषण की घटनाओं में कमी लानी होगी और जब प्रत्येक व्यक्ति संवेदनशील नजरिए से ऐसे विषयों पर तन्मयता से काम करेगा तब ही ऐसी घटनाओं को होने से रोका जा सकेगा।धरातल स्तर पर पहुंचकर लोगों के साथ काम करने की रणनीति व् योजना की जरूरत है। ताकि सामाजिक स्तर पर चिंतनशील नजरिए से लोगों को जागरूक किया जा सके, इसके लिए परिवार का हर सदस्य अपनी जिम्मेदारी समझें, बच्चों की परवरिश लैंगिक संवेदनशील नजरिए से करें। एक बच्चे के बेहतरीन चहुंमुखी विकास हेतु यह जरूरी है कि माता-पिता एक बेटे या बेटी की नहीं बल्कि एक बच्चे की परवरिश करें, उन्हें एक समान शिक्षा, स्वास्थ्य, खेलकूद व् विचारों की अभिव्यक्ति के एक समान अवसर प्रदान करें। सेमिनार में विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद राज्य परियोजना नोडल अधिकारी अनिल मलिक ने उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कहा कि दिनों-दिन बाल शोषण की घटनाएं बढ़ रही हैं इसकी मुख्य वजह है सही समय पर जागरूकता का अभाव। हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद ने स्कूली स्तर पर पहुंचकर यह मुहिम शुरू की है, ताकि ना सिर्फ बाल शोषण की घटनाओं में कमी लायी जा सके, इसके साथ-साथ बच्चों को विभिन्न बाल मुद्दों हेतु प्रेरित भी किया जा सके। फिर चाहे शिक्षा संबंधी, शरीर के आंतरिक परिवर्तन संबंधी, विचारों मे मतभेद हेतु पनप रही समस्याओं जैसी बच्चों के भविष्य की कार्ययोजनाएं हो, बच्चों की मदद करने हेतु माध्यम है सिर्फ मनोवैज्ञानिक प्रेरणा और उचित परामर्श। बच्चे अगर जागरूक रहेंगे तो उन्हें मालूम होगा कि सामने वाले व्यक्ति की भाव भंगिमा, शब्द, व्यवहार, कहीं गयीं बातों के पीछे का मकसद क्या है। विद्यालय के प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने उपायुक्त श्री यशपाल का स्वागत करते हुए कहा कि आप की पी टी एम में गरिमामई उपस्थिति से हमें सकारात्मक ऊर्जा मिली है और बच्चों के माता पिता के सहयोग से हम सभी अध्यापक बच्चो के परीक्षा परिणामों में आशातीत सुधार लाने के लिए गंभीरता से प्रयासरत है आप के संबोधन से हमें और भी परिश्रम करने की ताकत मिली है। स्टेट नोडल अधिकारी अनिल मालिक ने कहा कि तरीका सिर्फ एक है कि व्यवहारिक तौर पर एक खुली मंच-चर्चा के माध्यम से बच्चों को सीख दी जा सके, उनकी सहभागिता सुनिश्चित करनी होगी। माता-पिता ऐसे कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर के हिस्सा लें। आम जनमानस परिषद द्वारा आयोजित किए जा रहे सेमिनार, कार्यशाला व् संगोष्ठी में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करे, तभी जाकर एक बेहतर समायोजन स्थापित किया जा सकता है। बच्चे दिल खोलकर अपनी बात माता-पिता को कहने का साहस कर सके इसके लिए जरूरी है मित्रवत व्यवहार, एक दार्शनिक का नजरिया। हर व्यक्ति की यह जिम्मेदारी है कि वह सिर्फ शैक्षणिक संस्थानों के भरोसे ना रहे बल्कि उनका सहयोग करे तथा ऐसे कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले, तभी मुमकिन होगा कि हर व्यक्ति को जागरूक किया जा सकेगा। जब हर व्यक्ति ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर जागरूक होगा तो निश्चित तौर पर शोषण की घटनाओं में कटौती की जा सकती है, उन्हें रोका जा सकता है ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला बाल कल्याण अधिकारी सुंदरलाल खत्री व् स्कूल प्राचार्य रविंद्र मनचंदा द्वारा की गयी । इस अवसर पर उनके साथ राज्य परियोजना संयोजक उदय चन्द, विशिष्ठ अथिति के रूप में जिला शिक्षा अधिकारी सतेंदर कौर वर्मा, खण्ड शिक्षा अधिकारी इन्दु गुप्ता, आजीवन सदस्य रंजना अरोड़ा, मुख्याध्यापक डॉ रुद्र दत्त शर्मा, लाखन सिंह लोधी,प्रवीण गर्ग , परामर्शदात्री गीता सिंह,सुषमा यादव, मांगेराम,रामसरण, ललिता, सुंदर लाल, शिवम्, सविता, अंशु सहित समस्त अध्यापक भी उपस्थित रहे। उपायुक्त फरीदाबाद श्री यशपाल ने सुंदर आयोजन के लिए बाल कल्याण परिषद, शिक्षा विभाग, डी ई ओ, बी ई ओ, प्राचार्य और विद्यालय के समस्त अध्यापक वर्ग की सराहना की।