Faridabad News : फरीदाबाद धार्मिक एवं सामाजिक संगठन ने शहर में खुल रहे अवैध शराब के ठेकों और इनमें लगातार हो रही वृद्धि को लेकर माननीय मुख्यमंत्री को जिला उपायुक्त के माध्यम से ज्ञापन भेजा। फरीदाबाद धार्मिक एवं सामाजिक संगठन की चेयरपर्सन डा. राधा नरुला ने जानकारी देते हुए बताया कि शहर में शराब के ठेकों की बढ़ती तादाद लोगों के लिए सिरदर्द बनती जा रही है। प्रात: 6 बजे से ही ये शराब के ठेके खुल जाते हैं और रात्रि 12 बजे तक यह खुले रहते हैं। इन पर किसी तरह की कोई पाबंदी नहीं है, शहर के बीचों-बीच, मुख्य चौराहां और बाजारों में यह ठेके खुले हुए हैं। इनकी वजह से क्षेत्र का माहौल खराब होता जा रहा है और गुंडा किस्म के लोग यहां पर खड़े होकर गंदी-गंदी गालियां देते हैं। लोगों के घरों के पास शराब के ठेके खुलने की वजह से सुबह-सवेरे से ही लोग शराब पी लेते हैं और घरां में झगड़ा करते फिरते हैं, जिससे शहर का माहौल खराब होता जा रहा है। ज्ञापन के माध्यम से फरीदाबाद धार्मिक एवं सामाजिक संगठन ने मुख्यमंत्री से मांग की, कि शहर में खुल रहे शराब के ठेकों पर प्रतिबंध लगाया जाए, जगह-जगह मयखाने न खोले जाएं। दिल्ली की तर्ज पर शराब के ठेकों का खुलने का समय निर्धारित किया जाए। घनी आबादी वाली जगहों व पार्कों में ठेके न खोले जाएं। मंदिर-गुरुद्वारे व अन्य धार्मिक स्थानों के नजदीक शराब ठेकों पर पाबंदी लगाई जाए। अवैध शराब की बिक्री पर पाबंदी लगाई जाए, स्कूल, मंदिर, गुरुद्वारे व अन्य धार्मिक स्थानां से करीब 500 मीटर की दूरी पर ठेके खोले जाएं। शराब के ठेकों पर बोर्ड एवं लाइसेंस नंबर लगवाए जाएं, जिस पर आबकारी अधिकारी का नंबर लिखना अनिवार्य हो, ताकि किसी भी अनियमितता की तुरंत शिकायत की जा सके। चेयरपर्सन राधा नरुला ने कहा कि भाजपा सरकार पूरा जोर प्रदेश में शराब के ठेकों पर दे रही है, विकास और अन्य सामाजिक मुद्दे पीछे छूटते जा रहे हैं। उन्हांने मुख्यमंत्री से मामले में हस्तक्षेप कर इस गंभीर समस्या का तुरंत समाधान करने की मांग की। ज्ञापन देने वालां फरीदाबाद धार्मिक एव सामाजिक संगठन रजि के प्रधान जोगिंदर चावला, राधेश्याम चेयरमैन, कमल खत्री, अजय नाथ, त्रिलोचन भाटिया, बन्नूबाल मरवत के प्रधान सुंदर लाल चुघ, सरपरस्त लोकनाथ अदलखा, बिहारी लाल अरोडा, शेर सिंह भाटिया, नीरज भाटिया, रवि कपूर, किशन लाल भाटिया, बिहारी लाल गेरा, फ्रंटियर समाज के प्रधान सुरेंद्र दर्शन भाटिया, संगीता अहुजा, सरला बिरमानी, लेख राज, सुरेश अरोडा, जग्गी राम अरोडा, किशन कथुरीया, जग्गी राम अहुजा, प्रेम चावला, मोहन अरोडा, राकेश चुग, बसंत गुलाटी, संजय भाटिया, एस के दुआ, चुन्नीलाल बांगा आदि उपस्थित रहे।