Faridabad News, 29 Oct 2018 : आज युवा आगाज़ संगठन ने नेहरू कॉलेज की नई बिल्डिंग 12000 से लेकर 15000 छात्रों की क्षमता के अनुसार बनवाने को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। नेहरू कॉलेज फरीदाबाद का सबसे बड़ा और सबसे पुराना कॉलेज है इसमें पलवल मेवात दिल्ली गुड़गांव के छात्र भी एडमिशन लेने की होड़ लगी रहती है हर साल लगभग 30000 छात्र इस में एडमिशन लेने के लिए आवेदन करते हैं लेकिन सिर्फ 7000 छात्र ही इसमें एडमिशन ले पाते हैं सबसे पुराना कॉलेज होने के कारण इसके बिल्डिंग बहुत जर्जर हो चुकी थी और पीडब्ल्यूडी ने 2016 में से कंडम घोषित कर दिया था। तभी से युवा आगाज़ संगठन ने इसकी नई इमारत को बनवाने को लेकर बहुत संघर्ष किया आज संघर्ष रंग तो लाया लेकिन उसमें बहुत खामियां हैं पीडब्ल्यूडी ने हमारी मांग पूरी तो कर दी लेकिन इस बिल्डिंग को 6000 छात्रों की क्षमता के अनुरूप बनाया जा रहा है जो की छात्रो के साथ धोखा और खिलवाड़ है और माननीय उद्योग मंत्री श्री विपुल गोयल ने भी इसको 15000 की क्षमता के अनुरूप बनाने को लेकर लिखित में लेटर दिया हुआ था व हमसे वादा भी किया था और कॉलेज प्रिंसिपल प्रीता कौशिक भी इसे 15 हजार क्षमता के अनुरूप ही बनवाना चाहते थे लेकिन पीडब्ल्यूडी फिर भी उसको 6000 के क्षमता के अनुरूप बनाया जा रहा है जो कि छात्र हितो और छात्रों के साथ खिलवाड़ है।
छात्र नेता अजय डागर ने बताया कि इस कॉलेज में 7000 छात्र पढ़ते हैं लेकिन बिल्डिंग को 6000 की क्षमता के अनुरूप बनाया जा रहा है जो कि छात्रों के साथ धोखा और खिलवाड़ है। अगर बिल्डिंग को 15000 की क्षमता है पर नहीं बनवाया गया तो हम इसको लेकर आंदोलन करेंगे और सड़कों पर उतरेंगे।
संगठन संयोजक जसवंत पवार ने कहा कि अगर कॉलेज 15000 की क्षमता के अनुरूप नहीं बना तो फरीदाबाद के छात्रों को इसका बहुत बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ेगा और शिक्षा के क्षेत्र में हम फिर पिछड़ जाएंगे। उद्योग मंत्री श्री विपुल गोयल ने हमसे वादा किया था कि इसको 15000 की क्षमता के अनुरूप बनवाया जाएगा। लेकिन अब इस शिक्षा के मंदिर को भी राजनीति का अखाड़ा बना दिया इसी राजनीति के कारण इसको 6000 की क्षमता को बनाया जा रहा है अगर छात्रों के साथ राजनीति की गई तो आने वाले वक्त में इनको इसका बहुत बुरा खामियाजा बीजेपी को भुगतना पड़ेगा और जब तक इस कॉलेज का नक्शा 15000 छात्रों की क्षमता के अनुसार नहीं बनाया जाता हम आंदोलन जारी रखेंगे और छात्रों के बीच इस मुद्दे को लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा और जरूरत पड़ी तो मंत्रियों विधायकों के खिलाफ भी बिगुल फूंका जाएगा।
इस मोके पर मुख्य रूप से अजय डाग़र, गौरव, नीरज, संजीव अत्त्री, हिमांशु भट्ट, धवन शर्मा पनहेडा, हेमु पंडित, अर्जुन सैनी, सुमित पंचाल, सुनील सैनी, नीरज, हर्ष, साहिल, नर्वदा, पूजा मेहरा, ज्योति, सगुण, गायत्री, पूनम, सोनी आदि हज़ारों छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।