Faridabad News : फरीदाबाद गांव पल्ला में आज अवैध कब्जे को हटाने के लिए पुलिस व प्रशासन कार्यवाही कर रहा था और वहां पर कुछ मीडिया कर्मी भी अपनी कवरेज में लगे हुए थे तभी एक सिपाही नानकचंद कवरेज कर रहे मीडियाकर्मी के साथ दुर्व्यवहार करता है जबकि मीडिया कर्मी यशपाल खटाना ACP सराय से परमिशन लेकर कवरेज करने के लिए गया हुआ था। सिपाही नानकचंद के पास ही SHO अनिल कुमार भी खड़े हुए थे दुर्व्यवहार देखते रहे लेकिन सिपाही को नहीं रोक पाए।
पत्रकार ने इसकी आपत्ति SHO अनिल कुमार से जताई तो वह हंसते हुए नजर अंदाज कर गए। पुलिस के इस रवैए के चलते पत्रकार ने कमिश्नर साहब को फोन लगाया तो उनका मोबाइल नंबर स्विच ऑफ था।
आखिर पत्रकारों के साथ कब तक दुर्व्यवहार होता रहेगा क्या कोई इस पर लगाम लगा पाएगा।
ऐसी स्थिति में सभी पत्रकारों को इकट्ठा होकर कार्य करना होगा। अगर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का कोई रक्षक नहीं है तो क्या पत्रकारों को पत्रकारिता छोड़ देनी चाहिए या डर के साए में पत्रकारिता करनी चाहिए।
पत्रकारों पर बार बार हो रहे दुर्व्यवहार और हम ले चलते सभी पत्रकारों को आपसी मतभेद भुलाकर एकजुट होने की आवश्यकता है।