फरीदाबाद। जिला विकास समन्वय निगरानी समिति की बैठक में विधायक राजेश नागर ने अपनी तिगांव विधानसभा में विकास कार्यों में अधिकारियों एवं ठेकेदारों द्वारा बरती जा रही अनियमितताओं, कामचोरी और निकम्मेपन का मुद्दा उठाया। उन्होंने एक बार फिर कहा कि उन्हें निकम्मे अधिकारी नहीं चाहिए। बैठक में केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर भी मौजूद थे।
विधायक राजेश नागर ने बैठक में विभागवार समीक्षा के दौरान अपनी विधानसभा क्षेत्र में पेश आ रही समस्याओं को रखा। उन्होंने कहा कि तिगांव विधानसभा क्षेत्र में पीने का पानी, पानी निकासी, सडक़ें, सीवर, बिजली की ऐसे अनेक प्रोजेक्ट हैं जिनके टेंडर होने के बावजूद काम नहीं किया जा रहा है। कई जगहों पर काम शुरू करने के बाद रोक दिया गया है। जिससे जनता को लाभ मिलने के बजाय उलटे असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारी टालमटोल करते हैं और ठेकेदार उनके संरक्षण में किसी की परवाह ही नहीं कर रहे हैं। ऐसे कैसे विकास कार्य होंगे।
राजेश नागर ने काम में ढिलाई बरतने वाले ठेकेदारों, एजेंसियों एवं अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने कहा कि काम नहीं करने वाले ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट किया जाए और निकम्मे अधिकारियों का तबादला किया जाए। नागर ने कहा कि मैं पहले भी इस बात को सीएम साहब के सामने रख चुका हूं लेकिन अधिकारियों का रवैया नहीं बदला है। अब मैं इनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करवाऊंगा।
बैठक में मौजूद बिजली निगम, नगर निगम, पीडब्ल्यूडी के अधिकारी विधायक राजेश नागर के निशाने पर रहे। हालांकि केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर एवं जिला उपायुक्त विक्रम सिंह ने भी विधायक राजेश नागर की शिकायतों से सहमति जताते हुए अधिकारियों को खींचा लेकिन नागर का कहना था कि इन अधिकारियों को कहने का कोई फर्क नहीं पड़ रहा है इसलिए इन्हें सुधर जाने अथवा कार्रवाई के लिए तैयार रहने के लिए कहा जाए। जिला उपायुक्त ने कहा कि आप यकीन रखिए ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा।
बैठक में सीईओ जिला परिषद शुभेता ढाका, जिला वन अधिकारी राजकुमार सिंह, डीसीपी सैन्ट्रल पूजा वशिष्ठ, एसडीएम फरीदाबाद परमजीत चहल, एसडीएम बल्लभगढ़ त्रिलोक चंद, सीटीएम अमित मान, डीडीपीओ राकेश मोर, कार्यकारी अभियंता पीडब्ल्यूडी बी एंड आर प्रदीप सिन्धु, कार्यकारी अभियंता पंचायती राज गजेन्द्र सिंह, डीईओ मुनेष चौधरी आदि अनेक विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।