February 21, 2025

उत्तर भारत के विश्वविद्यालयों के 200 से अधिक प्रतिभागियों और डेलिगेट्स ने भाग लिया

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Faridabad News : मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ उत्तर भारत के विश्वविद्यालयों के 200 से अधिक प्रतिभागियों और डेलिगेट्स ने भाग लियरिसर्च एंड स्टडीज अपने परिसर में 26  फरवरी और 27 फरवरी 2018 से  “अन्वेषण 2017-18 नॉर्थ जोन स्टूडेंट रिसर्च कन्वेंशन” की मेजबानी कर रहा है। अन्वेषण भारतीय विश्वविद्यालय की एसोसिएशन की ओर से होने वाले प्रतिष्ठित अनुसंधान सम्मेलनों में से एक है।

सम्मेलन का उद्घाटन दिनाकर कंजिलाल, डायरेक्टर, इंटर-यूनिवर्सिटी एसिलेरेटर सेंटर और डॉ. अमरेन्द्र पानी, निदेशक, एआईयू की ओर से MRIIRS के वाइस चांसलर डॉ. एनसी वाधवा की मौजूदगी में किया गया।  इस मौके पर शिवकुमार नटराजन, सीईओ, एक्सेडर नॉलेज मैनेजमेंट, डॉ संजय श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष, एमआरयू, श्री ऋषि द्विवेदी, जीएम,सिडबी फरीदाबाद और विभिन्न मानव शैक्षणिक संस्थान के प्रमुख मौजूद रहे। MRIIC के डायरेक्टर डॉ. प्रदीप वार्ष्णेय इस केन्वेंशन के नॉर्थ जोन कन्वीनर हैं।

अपने संबोधन में डॉ. अमरेन्द्र पानी ने कहा: “अन्वेषण उभरते शोधकर्ताओं के विचारों को व्यक्त करने के लिए एक मंच के रूप में अभिनव अनुसंधान पहल की ओर ले जा सकता है। यह विश्वविद्यालयों में होने वाले शोध और नवाचार को भी प्रस्तुत करता है”।

कन्वेंशन में सभी युवा शोधकर्ताओं को सलाह देते हुए, डॉ. दिनाकर कंजीलाल ने कहा: “आज के समय में श्रेष्ठता के पथ पर निर्भर होना जरूरी है। एक छात्र प्रथम आने में सक्षम हो सकता है, लेकिन इसे लंबे समय तक बनाए रखने में और गति के साथ रहना ज्यादा महत्वपूर्ण है “।

उत्तर भारत के विभिन्न विश्वविद्यालयों से आए छात्रों ने कृषि; बुनियादी विज्ञान; अभियांत्रिकी प्रौद्योगिकी; स्वास्थ्य विज्ञान और संबद्ध विषयों; सामाजिक विज्ञान, मानविकी,वाणिज्य और कानून से जुड़ी लगभग 70 परियोजनाओं को प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया। विद्यार्थियों की शोध परियोजनाओं को उनके प्रदर्शन और मौखिक प्रस्तुति के आधार पर जज किया जाएगा। नॉर्थ जोन के विजेता का नाम 27 फरवरी को संपन्न सत्र के दौरान घोषित किया जाएगा। प्रत्येक कैटेगरी में जीतने वाले टॉप तीन छात्रों को मार्च 2018 में राष्ट्रीय स्तर के अन्वेषण में भाग लेने का मौका मिलेगा।

इस मौके पर मौजूद मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज के वाइस चांसलर  डॉ एनसी वाधवा ने मानव रचना के अनुसंधान और नवाचार पर्यावरण-प्रणाली के बारे में बात की। हाल ही में एमआईआरआईआरएस को एसोचैम की ओर से ‘बेस्ट नॉलेज क्रिएशन एंड इनोवेशन युनिवर्सिटी‘ के अवॉर्ड से नवाजा गया है।

‘अन्वेषण‘ 2017-18 का पहला दिन मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज के छात्रों द्वारा प्रस्तुत एक सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘रूबरू‘ के साथ संपन्न हुआ।

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