Faridabad News : नगर निगम ने शहर में स्थित एक कंपनी को बकाया वसूली के दस करोड़ रुपये का नोटिस भेजा है। कंपनी पर यह रकम वर्ष 2011 से बकाया चल रही है। नोटिस के बाद भी यदि कंपनी ने बकाया जमा नहीं करवाया तो सील करने की कार्रवाई की जा सकती है। इस कंपनी के फाइल काफी समय से दबी हुई थी। मामले का पता चलने निगम आयुक्त ने नोटिस जारी करने के आदेश दिए है।
जानकारी के मुताबिक नगर निगम में होने वाले घोटालों के उजागर होने का सिलसिला रूक नहीं रहा है। पिछले दिनों नगर निगम की 16 फाइल गायब होने के बाद काफी विवाद उत्पन्न हो गया था। उस समय नगर निगम आयुक्त के आदेशों के बाद कई कर्मचारियों को निलंबित भी किया गया था। इसी कड़ी में नगर निगम की प्लानिंग ब्रांच की लापरवाही का एक और मामला उजागर हुआ है। सूत्रों के मुताबिक शहर में ही स्थित गोदावरी शिल्प कला प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर निगम के दस करोड़ रुपये का बकाया होने की बात उजागर हुई है। बताया गया है कि ये बकाया वर्ष 2011 से चल रहा है। कंपनी पर चार करोड़ 97 लाख रुपये मूल बकाया था। जो अब 15 प्रतिशत ब्याज लगाकर करीब दस करोड़ रुपये बन गए है। मामले का पता चलने के बाद निगमायुक्त मोहम्मद शाईन के आदेश कंपनी को नोटिस भेजा गया है।