Faridabad News, 06 Feb 2019 : ग्रामीण शिल्प और दस्तकारी को बढावा देने के उद्देश्य से नाबार्ड ने 33वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले में 50 स्टॉल प्रायोजित किए हैं यह जानकारी देते हुए नाबार्ड के सहायक महाप्रबंधक सुबोध कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि देश के ग्रामीण कारीगरों, शिल्पकारों और उद्यमियों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर का यह मंच सुलभ हो सके। देश भर के ग्रामीण उद्यमियों और कारीगरों को विपणन मार्केटिंग का अवसर मुहैया कराने के प्रयोजन से नाबार्ड पिछले नौ सालों से सूरजकुंड मेले में भाग ले रहा है। श्री जग्गा ने बताया कि इसी को लेकर नाबार्ड द्वारा यह प्रशिक्षण नीमका स्थित एन एस आई सी के तकनीकी सेवा केंद्र में आयोजित किया गया। जिसमें एन.एस.आई.सी, नीमका के सहयोग से सूरजकुंड मेले में भाग ले रहे 50 ग्रामीण शिल्पकारों और स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों के लिए मार्केटिंग से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया ताकि ये शिल्पकार मार्केटिंग, ब्रांडिंग, पैकेजिंग, आदि के नए तौर-तरीके सीखकर शहरी उत्पादकों से मुकाबला करने में समर्थ हो सकें। जहां संस्थान के उप महाप्रबंधक श्री राजेश कुमार ने नाबार्ड के सहायक महाप्रबंधक श्री सुबोध कुमार और नाबार्ड द्वारा प्रायोजित ग्रामीण शिल्पकारों और उद्यमियों का स्वागत किया। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को विपणन, पैकेजिंग, ब्रांडिंग और संप्रेषण पर विस्तारपूर्वक जानकारी दे गई। साथ ही प्रतिभागियों ने संस्थान में उपलब्ध अत्याधुनिक मशीनों और उपकरणों के माध्यम से पैकेजिंग और प्रसंस्करण का व्यावहारिक ज्ञान भी अर्जित किया।
ग्रामीण शिल्पकारों और उद्यमियों को प्रदर्शनियों और मेलों तथा बाजार के अन्य अवसर उपलब्ध कराते हुये मार्केटिंग जुडे विषयों पर प्रशिक्षण देना नाबार्ड के हरियाणा क्षेत्रीय कार्यालय की एक अनूठी पहल है।