Faridabad News, 26 Nov 2020 : जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के रसायन विभाग द्वारा कम्प्यूटेशनल केमिस्ट्री पर एक सप्ताह की राष्ट्रीय ई-कार्यशाला तथा हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग का आयोजन किया जा रहा है।
कार्यशाला का उद्घाटन कुलपति प्रो दिनेश कुमार ने किया और वर्तमान परिदृश्य में कम्प्यूटेशनल रसायन विज्ञान के महत्व का उल्लेख किया।
कार्यशाला में डॉ. बीआर अम्बेडकर एनआईटी, जालंधर के निदेशक प्रो. ललित कुमार अवस्थी उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने संकाय सदस्यों तथा विद्यार्थियों को कंप्यूटर की गुणवत्ता कौशल विकसित करने, ऊर्जा और पर्यावरण की वर्तमान चुनौतियों से निपटने के लिए संख्यात्मक तौर-तरीकों को सीखने के लिए प्रेरित किया। जेएनसीएएसआर बेंगलुरु के प्रो. बालसुब्रमण्यम सुंदरम ने इस अवसर पर आणविक मॉडलिंग पर मुख्य व्याख्यान दिया।
कुलसचिव डॉ. सुनील कुमार गर्ग ने कहा कि कार्यशाला ने विद्यार्थियों को कम्प्यूटेशनल केमिस्ट्री टूल्स के क्षेत्र में सीखने का अवसर प्रदान किया जा सके।
डीन ऑफ फैकल्टी ऑफ साइंसेज प्रो. आशुतोष दीक्षित ने विद्यार्थियों से कार्यशाला का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया ताकि लॉकडाउन के दौरान व्यावहारिक प्रशिक्षण के नुकसान को दूर किया जा सके और कम्प्यूटेशनल केमिस्ट्री स्किल में दक्षता हासिल की जा सके।
इससे पहले रसायन विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. रवि कुमार ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और कहा कि कुलपति प्रो. दिनेश कुमार के मार्गदर्शन में विभाग विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन मोड में वैज्ञानिक अनुसंधान और प्रशिक्षण गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है।
कार्यशाला के संयोजक डॉ. अनुराग ने बताया कि पांच दिवसीय कार्यशाला में कम्प्यूटेशनल केमिस्ट्री के विद्यार्थियों और शोधकर्ता के मूलभूत उपकरणों को प्रशिक्षित करने के लिए आईआईटी, सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान, बीएआरसी, बीएचयू आदि से वक्ता शामिल होंगे। सत्र को डॉ. बिन्दु मंगला तथा डॉ। विनोद ने भी संबोधित किया।