Faridabad News, 20 Jan 2019 : मानव अधिकार मिशन की एक महत्वूपर्ण बैठक में देश में असहिष्णुता, जातीय एवं धार्मिक भेदभाव आदि मुद्दों को मानव अधिकारों के रास्ते में बड़ी रुकावट बताया गया। बैठक में तय हुआ कि मिशन की टीमें पूरे देश में राष्ट्र धर्म के बारे में लोगों को जागरुक करेंगी।
मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र शर्मा की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया। इस मौके पर मिशन के वार्षिक दीवार कलैंडर, टेबल कलैंडर, पॉकेट कलैंडर और डायरी का विमोचन किया गया। इस अवसर पर देश में मानव अधिकारों को मजबूती देने के बारे में विचार विमर्श किया गया। महेंद्र शर्मा ने बताया कि आज लोगों में असहिष्णुता, जातीय और धार्मिक भेदभाव बढ़ रहा है। हालांकि इसके अनेक कारण हैं लेकिन तय हुआ कि इस भेदभाव को केवल राष्ट्र धर्म के उदय से ही मिटाया जा सकता है। इसके लिए मिशन की टीमों का पूरे देश में जिला स्तरों पर गठन किया जाएगा। जिसमें राष्ट्र धर्म से ओतप्रोत वक्ताओं को शामिल किया जाएगा। यह वक्ता विभिन्न प्रचार सामग्री, प्रजेंटेशन, चार्ट, पेम्फलेट आदि संचार के माध्यमों के जरिए राष्ट्र धर्म के बारे में जागरुक करने का काम किया जाएगा। शर्मा ने बताया कि इसकी शुरुआत सरकारी स्कूलों के बच्चों से की जाएगा। वक्ताओं का मानना था कि भारत का भविष्य स्कूलों में पढ़ रहा है। उन्हें जैसे चाहे हम आज तैयार कर सकते हैं, समय निकल जाने के बाद उनमें कोई भी बदलाव बड़ा मुश्किल काम होगा।
आज की बैठक में एमएस जनमेदा, निबरास अहमद, एडवोकेट केपी सिंह, मोहम्मद इमरान, चतर सिंह भाटी, संजीव खत्री, हाजी इरफान, महावीर यादव, मोहम्मद सगीर, राजेंद्र पाल, बिजेंद्र सिंह सैनी, नेपाल सिंह सिसौदिया, राजेंद्र चौहान, डा शशि भाटी आदि मौजूद रहे।