फरीदाबाद, 27 अक्टूबर। उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने बताया कि सरकार द्वारा शुरू की गई राष्टीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना महिलाओं के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। महिलाएं ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत घर से बाहर निकलकर अपना व्यवसाय चला कर स्वावलंबी के तौर पर कार्य कर रही हैं और अपने परिवार का भरण-पोषण कर रही हैं। यह मिशन महिलाओं को स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाने में कोई कौर कसर नही छोड़ रहा है।
उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस योजना की विशेष बात ये है कि इस योजना मेंं उन महिलाओं को शामिल किया जा रहा है, जिनकी आर्थिक स्थित बहुत ही कमजोर होती है। स्वयं सहायता योजना के तहत समूह बनाकर इन महिलाओं को बैंक के माध्यम से मामूली ब्याज दरों पर बैंक ऋण उपलब्ध करवा कर उनका व्यवसाय शुरू करवाया जाता है। सरकार की इस योजना से महिलाओं की आर्थिक स्थिति भी सुधरने लगी है और वे अपने पैरों पर खड़ी हो रही हैं।
हरियाणा राज्य में राष्टीय ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से महिलाओं का सामाजिक एवं आर्थिक विकास हो रहा है। योजना का लाभ ले रही महिलाओं का कहना है कि आजीविका मिशन ने उनकी व उनके परिवार की आर्थिक दशा और प्रगति की दिशा बदल दी है। ग्रामीण क्षेत्र में बहुत सी महिलाएं घर का काम करने के बाद अपने आपको खाली महसूस करती हैं। इस योजना के माध्यम से परिवार को आगे बढ़ाने व परिवार को आर्थिक सहयोग देने के उद्देश्य से उन्होंने हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन में शामिल होकर जीवन की नई शुरूआत की है।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का उद्देश्य सभी गरीब परिवारों तक पहुंचना और सम्मानजनक एवं बेहतर जीवन यापन करने के अवसर प्रदान करना है। हरियाणा प्रदेश में इस कार्यक्रम का प्रभावी कार्यान्वयन किया जा रहा है। राज्य में महिलाओं को स्वंय सहायता समूहों के माध्यम से मिशन की मुख्यधारा में सम्मिलित किया गया है। मिशन का उद्देश्य गरीब परिवारों की महिलाओं के सशक्तिकरण के लिये उन्हें वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाना है।
स्वयं सहायता महिला समूहों के पीओ शिवम तिवारी ने बताया कि फरीदाबाद जिला में ‘राष्टीय ग्रामीण आजीविका मिशन’ की खंड अनुसार स्थिति जिला में ‘राष्टीय ग्रामीण आजीविका मिशन’ के तहत 1000 स्वयं सहायता ग्रुप में कुल 10000 महिला सदस्य पंजीकृत हैं, जिनमें खंड बल्लभगढ़ में 407 स्वयं सहायता समूह में 4477 महिला सदस्य, खंड फरीदाबाद में 209 स्वयं सहायता समूह में 2299 महिला सदस्य, खंड तिगांव में 302 स्वयं सहायता समूह में 3322 महिला सदस्य हैं।