Faridabad News, 07 Sep 2020 : जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के कुलपति, प्रो. दिनेश कुमार ने नई शिक्षा नीति में महिलाओं की भूमिका को परिभाषित करने की आवश्यकता पर बल दिया है, और कहा है कि समाज में महिलाओं की स्थिति में सुधार लाने के लिए हमें महिलाओं को सम्मान देने की परंपरा को अपनी शिक्षा प्रणाली का हिस्सा बनाना होगा।
कुलपति प्रो. दिनेश कुमार विश्वविद्यालय की एनएसएस विंग द्वारा भागीदारी जन सहयोग समिति एवं अन्य सहयोगी संस्थानों के संयुक्त तत्वावधान में महिलाओं के खिलाफ अपराध पर रोकथाम को लेकर आयोजित राष्ट्रीय वेबिनार के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। सत्र का संचालन भागीदारी जन सहयोग समिति के महासचिव विजय गौड़ ने किया।
हरियाणा सरकार की महिला केंद्रित नीतियों की चर्चा करते हुए प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि समाज में सुधार लाने में ‘बेटी पढाओ, बेटी बचाओ’ जैसी जनकल्याणकारी नीतियां महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और इसने लोगों की मानसिकता पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। उन्होंने कहा कि समाज में बदलाव लाने के लिए महिलाओं के प्रति लोगों की मानसिकता में बदलना लाना उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना उन्हें समाज में बराबर का हिस्सा देना।
वेबिनार को गुवाहाटी उच्च न्यायालय की न्यायाधीश न्यायमूर्ति आर के फुकन, हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की संयुक्त सदस्य सचिव डाॅ. सुखदा प्रीतम, दिल्ली राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव कंवल जीत अरोड़ा, महानिदेशक (दूरदर्शन) मयंक अग्रवाल, नागालैंड पुलिस की पुलिस महानिरीक्षक सोनिया सिंह, के. आर. मंगलम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आदित्य मलिक और अरुणाचल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओ.पी. शर्मा ने भी संबोधित किया।