Faridabad News, 24 Jan 2019 : समाज आज किस और जा रहा है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिन मां बाप ने अपने बच्चों के सुख के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया हो आज वहीं बच्चे अपने मां बाप को घर से निकाल रहे है। लेकिन भगवान ने भी धरती पर ऐसे फरिश्ते उतार रखें है जो निस्वार्थ भाव से इन बुजंर्गो का अपना रहे है। इन्ही फरिश्तों में से एक फरिश्ता है किशन लाल बजाज जोकि नवजन मोर्चा समिति(रजि0) ताऊ देवीलाल वृद्वाश्रम 2डी-ब्लॉक के माध्यम से ऐसे बुजुर्गो की आश्रम में जगह देकर भगवान द्वारा सौपें गए नेक काम को आगे बढ़ा रहा है। आज भी किशन लाल बजाज ने दो ऐसी वृद्व महिलाओं को आश्रम में आसरा दिया है जिनके जवान कमाऊ बच्चों ने उन्हें घर से निकाल दिया गया। दरअसल समिति के संचालक किशन लाल बजाज को पैनल एडवोकेट रविन्द गुप्ता ने फोन पर सूचना दी कि दो वृद्व महिलाएं बादशाह खान अस्पताल की अलग अलग जगह पर लावारिस हालत में बैठी हुई है। किशन लाल बजाज तुरंत अपनी धर्मपत्नी स्वर्णलता,सत्यपाल चौहान,सूरज आर्य को साथ लेकर मौके पर पहुचें और उन्हें एबूलैस में उठाकर वृद्वाश्रम लेकर आए। एक वृद्व महिला ने किशन लाल बजाज को बताया की उसका नाम सरवंती पत्नी शिवपाल निवासी जवाहर कालोनी आयु 78 वर्ष है। उसने बताया कि उसके 3 लड़के है और कोई भी लड़का उन्हें अपने पास रखने केे लिए तैयार नहीं। उन्होनें मेरी संपत्ति भी अपने नाम करवाकर मुझे घर से निकाल दिया। वहीं दूसरी महिला ने अपना नाम किशन देवी पत्नी छिददा निवासी तिगांव कन्नी कालोनी और उम्र 90 वर्ष बताया। उस महिला ने भी किशन लाल बजाज को उसके 2 बच्चे है जिन्हानेें उसे इस सर्दी के मौसम में घर से निकाल दिया। किशन लाल बजाज ने वृद्व महिलाओं को आश्वसन दिया कि उन्हें घबराने की कोई जरूरत नहीं है यहां उन्हें रोटी,कपड़ा और छत मिलेगी। उन्होनें कहा कि वृद्व यदि चाहे तो हम उनके लिए कानूनी लड़ाई भी लड़ेगें और उन्हेें उनका हक दिलवाकर रहेगें। किशन लाल बजाज ने कहा कि दोनों वृद्वों के बारे में लिखित सूचना जल्दी ही निकट की चौकी में दी जाएगी।