Faridabad News, 27 Feb 2019 : मेधावी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने तथा तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के अपने प्रयासों को जारी रखते हुए जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद ने आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को स्थानीय विश्व प्रकाश मिशन के माध्यम से छात्रवृत्ति प्रदान करवाने में अहम भूमिका निभाई है। मिशन की छात्रवृत्ति योजना के तहत मौजूदा शैक्षणिक सत्र में दाखिला लेने वाले विश्वविद्यालय के दस विद्यार्थियों का चयन किया गया है, जिनकी पढ़ाई का खर्च मिशन द्वारा वहन किया जायेगा।
विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में विद्यार्थियों को कुलपति प्रो. दिनेश कुमार की उपस्थिति में छात्रवृत्ति के पत्र प्रदान किये गये। इस अवसर पर डीईई डेवलेपमेंट इंजीनियर्स लिमिटेड, पृथला के चेयरमैन व प्रबंधन निदेशक श्री के.एल बंसल मुख्य अतिथि रहे तथा विद्यार्थियों को अपने जीवन अनुभवों से प्रेरित किया। इस अवसर पर ट्रस्ट के अन्य पदाधिकारी श्रीमती पूनम सेठी, राज कुमार मुंशी, डिप्टी डीन (विद्यार्थी कल्याण) डॉ सोनिया बंसल तथा उप कुलसचिव (अकादमिक) डॉ. हरीश कुमार भी उपस्थित थे।
मिशन द्वारा इन विद्यार्थियों की अकादमिक वर्ष 2018-19 की छात्रवृत्ति के लिए कुल 2.05 लाख रुपये का योगदान दिया गया है और इन विद्यार्थियों की पढ़ाई पूरी होने तक मिशन कुल 14.35 लाख रुपये का योगदान छात्रवृत्ति के रूप में देगा। यह छात्रवृत्ति विश्व प्रकाश मिशन द्वारा विश्वविद्यालय के साथ वर्ष 2017 में किये गये एक समझौते के तहत प्रदान की जा रही है, जिसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर मेधावी विद्यार्थियों को आगे बढ़ाने तथा तकनीकी शिक्षा ग्रहण करने के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाना है। मिशन द्वारा इस समय विश्वविद्यालय के 28 बीटेक विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है।
कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने विश्वविद्यालय के मेधावी विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति के माध्यम से पढ़ाई में सहयोग के लिए मिशन के प्रयासों की सराहना की तथा मिशन के अध्यक्ष राकेश सेठी का आभार जताया। सभी चयनित विद्यार्थियों को कुलपति प्रो. दिनेश कुमार की उपस्थिति में छात्रवृत्ति के पत्र प्रदान किये गये।
इस अवसर पर कुलपति ने कहा कि मिशन द्वारा प्रतिभावान एवं जरूरतमंद विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए आर्थिक मदद प्रदान करना एक अनुकणीय कार्य है, जिससे समाज में सभी को सीख लेनी चाहिए।
छात्रवृत्ति के लिए विद्यार्थियों के चयन को लेकर राकेश सेठी जोकि यूनियन बैंक आफ इंडिया के पूर्व कार्यकारी निदेशक रहे है, ने बताया कि इन 10 चयनित विद्यार्थियों की पढ़ाई का खर्च मिशन द्वारा वहन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि छात्रवृत्ति के लिए 39 से अधिक विद्यार्थियों ने आवेदन किया था, जिसमें से विद्यार्थियों अकादमिक रिकार्ड, व्यक्तिगत साक्षात्कार तथा आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए दस विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति के लिए चुना गया है। सभी चयनित विद्यार्थियों को उनकी आर्थिक स्थिति व जरूरत के अनुसार कालेज फीस के रूप में प्रतिवर्ष 15 हजार से 30 हजार रुपये की छात्रवृत्ति राशि प्रदान की जायेगी, जोकि सीधे विश्वविद्यालय के पक्ष में देय होगी। छात्रवृत्ति की निरंतरता विद्यार्थियों के अकादमिक प्रदर्शन पर निर्भर करेगी।
श्री सेठी ने कुलपति को अवगत करवाया कि वर्ष 2016 में स्थापित मिशन के माध्यम से अब तक 72 विद्यार्थियों को 26 लाख 59 हजार की राशि छात्रवृत्ति के रूप में प्रदान करवाई जा चुकी है, जिसमें 44 छात्राएं है। मिशन का उद्देश्य साधन से वंचित युवाओं को सही शिक्षा एवं कौशल प्रदान कर उनका सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान करना है ताकि वे राष्ट्र-निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सके।
इस अवसर पर बीटेक अंतिम वर्ष के विद्यार्थी शशांक ने मिशन का आभार जताया तथा बताया कि किस तरह से छात्रवृत्ति के कारण उनकी पढ़ाई पूरी हो सकी। कार्यक्रम के दौरान छात्रवृत्ति ले रहे विद्यार्थियों को उनके उत्कृष्ट शैक्षणिक रिकार्ड के लिए सम्मानित भी किया गया।