Faridabad News : फरीदाबाद के तमाम सामाजिक संगठनों के लोगों ने देश के नेताओं पर बड़ा सवाल खड़ा किया है। इन संगठनों के लोगों का कहना है कि देश के नेता धर्म और जाति देखकर किसी पीड़ित की मदद करते हैं। लोगों का कहना है कि हाल में फरीदाबाद की न्यू जनता कालोनी में रहने वाली जिस चार वर्षीय मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी हुई उसके घर अभी तक कोई नेता नहीं पहुंचा जबकि देखा गया है कि किसी दूसरे धर्म के किसी की बच्ची के साथ ऐसी बारदात को अंजाम दिया गया होता तो अभी तक वहाँ नेताओं की लाइन लग जाती और आर्थिक सहायता का एलान कर दिया गया होता। सामाजिक संगठनों के लोगों ने फरीदाबाद बार एसोशिएशन के अध्यक्ष बॉबी रावत को ज्ञापन सौंपा और उनसे अनुरोध किया कि आरोपी की तरफ से बार एसोशिएशन का कोई वकील केस की पैरवी न करे।
संगठनों की अपील पर प्रधान बॉबी रावत ने कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि कोई वकील उस दरिंदे की तरफ से केस न लड़े। उन्होंने कहा कि बच्चियाँ सबकी एक बराबर होतीं हैं और जो कोई मासूम बच्चियों के साथ ऐसी हरकत करता है उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। प्रधान बॉबी रावत ने कहा कि इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट को सौंपा गया है और लागग 6 महीने में आरोपी को सजा मिल जाएगी।
पीड़ित बच्ची की तरफ से केस लड़ रहे एडवोकेट राजेश खटाना ने कहा कि मैं पूरा प्रयास करूंगा कि आरोपी को फांसी की सजा मिले और बहुत जल्द मिले। उन्होंने कहा कि ऐसे दरिंदों को जब तक फांसी पर लटकाया नहीं जाएगा तब तब बच्चियां सुरक्षित नहीं रहेंगी। बच्ची के परिजनों ने बताया कि उन्हें जान का खतरा है और बुधवार रात्रि में कुछ लोग उनका गेट खटखटा रहे थे जिस कारण वो डरे हुए हैं और सुरक्षा की मांग करेंगे। इस मौके पर समाजसेवी बाबा रामकेवल, महिला संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष माधवी सक्सेना, बलजीत अरोड़ा, सतीश चोपड़ा, राजकुमार, ज्योति, कीर्ति, प्रियंका, एडवोकेट प्रीती आदि मौजूद थे।