Faridabad News, 16 June 2021 : एनीमेशन के बढ़ते बाजार तथा इस क्षेत्र में कुशल पेशेवरों की बढ़ती मांग को देखते हुए जे.सी. बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद आगामी शैक्षणिक सत्र से एनिमेशन एवं मल्टीमीडिया में एमएससी पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहा है। विश्वविद्यालय द्वारा कम्युनिकेशन एवं मीडिया टेक्नोलाॅजी विभाग के अंतर्गत बीएससी (एनिमेशन और मल्टीमीडिया) में डिग्री पाठ्यक्रम पहले से ही सफलतापूर्वक चल रहा है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि कि प्रौद्योगिकीय विकास ने एनीमेशन, वीएफएक्स और गेम्स को आम लोगों तक पहुंचा दिया है, जिस कारण ग्लोबल मीडिया एवं एंटरटेनमेंट मार्केट में एनीमेशन उद्योग तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक है। आने वाले समय में एनीमेशन उद्योग रचनात्मक सोच रखने वाले कुशल पेशेवरों के लिए रोजगार का प्रमुख क्षेत्र होगा। एक मार्केट रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार, ग्लोबल 3डी एनिमेशन मार्केट का आकार 2021 में 18.39 बिलियन अमरीकी डॉलर आंका गया है और इस क्षेत्र में 2028 तक 11.7 प्रतिशत की कम्पाउंड वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से विस्तार होने की संभावना जताई जा रही है। इस प्रकार, एनीमेशन के क्षेत्र में रोजगार की प्रबल संभावनाएं है और यह ऐसे युवाओं के लिए उपयुक्त क्षेत्र है जो अपनी कल्पना को वास्तविकता में बदलने का हुनर रखते है।
पाठ्यक्रम की विस्तार जानकारी देते हुए कम्युनिकेशन एवं मीडिया टेक्नोलाॅजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. अतुल मिश्रा ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा एनीमेशन और मल्टीमीडिया में 20 सीटों के साथ शुरू किया जा रहा एमएससी पाठ्यक्रम एंटरटेनमेंट उद्योग के लिए जरूरी प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू जा रहा है। विश्वविद्यालय द्वारा अत्याधुनिक एनिमेशन लैब विकसित की गई है और एक स्टूडियो भी स्थापित किया जा रहा है। पाठ्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को व्यावहारिक वातावरण में एंटरटेनमेंट उद्योग के लिए आवश्यक एनीमेशन कौशल सिखाना है। उन्होंने कहा कि 3डी मॉडलिंग, कैरेक्टर डिजाइन, एनिमेशन और गेम कंटेंट डेवलपमेंट के अलावा, पाठ्यक्रम को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और वर्चुअल रियलिटी जैसी नवीनतम कंप्यूटिंग तकनीकों की जानकारी देने के लिए डिजाइन किया गया है।
पाठ्यक्रम के बाद करियर की संभावनाओं पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि एनीमेशन उद्योग में रोजगार के अवसर तेजी से बढ़ रहे हैं क्योंकि मनोरंजन और गेमिंग उद्योग अपने विकास के चरण में है। आज एनीमेशन फिल्मों की मांग लगातार बढ़ रही है और ऐसी एक फिल्म के निर्माण में काफी संख्या में एनिमेटरों की आवश्यकता होती है। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र दक्षता रखने वाले एनिमेटरों और अन्य पेशेवरों जैसे ग्राफिक डिजाइनर, मल्टीमीडिया डेवलपर और गेम डेवलपर, कैरेक्टर डिजाइनर, की-फ्रेम एनिमेटर, 3डी मॉडलर, ले-आउट आर्टिस्ट आदि के लिए विज्ञापन, ऑनलाइन और प्रिंट न्यूज मीडिया, फिल्म और टेलीविजन, कार्टून प्रोडक्शन, थिएटर, वीडियो गेमिंग और ई-लर्निंग में रोजगार के बेहतर अवसर मौजूद हैं।