Faridabad News, 13 June 2020 : छात्रों को बिना परीक्षा लिए अगली कक्षा में प्रोमोट कराने के मामले में एनएसयूआई ने बड़ी जीत हासिल की है। पिछले 1 महीने से एनएसयूआई हरियाणा के पदाधिकारियों ने प्रदेश की सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजो के छात्रों के जनरल प्रोमोशन को लेकर मुहिम छेड़ी हुई थी जिसके परिणामस्वरूप हरियाणा की खट्टर सरकार को एनएसयूआई हरियाणा के पदाधिकारियों की मांग को मानना पड़ा और आज सभी यूनिवर्सिटी और उनसे संबंधित कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों को बिना परीक्षा लिए अगली कक्षा में प्रोमोट करने के आदेश जारी किये हैं।
एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश महासचिव कृष्ण अत्री ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि आज ही छात्रों के जनरल प्रोमोशन को लेकर सभी यूनिवर्सिटियों को आदेश दिये गए है। कृष्ण अत्री ने बताया कि कोविड-19 के कारण लॉकडाउन लगा हुआ था और देश-प्रदेश की किसी भी यूनिवर्सिटी या कॉलेज में छात्रों की कक्षाएं नहीं लग पाई थी। कक्षा ना लगने के कारण छात्रों में परीक्षाओं को लेकर रोष था। छात्रों का समर्थन करते हुए एनएसयूआई ने परीक्षाओं का विरोध करते हुए, बिना परीक्षा लिये छात्रों के जनरल प्रोमोशन की मांग की थी। इस मांग को लेकर एनएसयूआई ने प्रत्येक यूनिवर्सिटी के उपकुलपति, शिक्षामंत्री, उपमुख्यमंत्री -मुख्यमंत्री और यहाँ तक की कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया था और आज उसी संघर्ष के परिणामस्वरूप मांग में सफलता भी मिली है जिसका एनएसयूआई खुले दिल से समर्थन करती है। वही कृष्ण अत्री ने फाइनल ईयर के छात्रों को इस जनरल प्रोमोशन से वंचित रखने पर खट्टर सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षा लेना उनकी जान के साथ खिलवाड़ है, जिस तरह से प्रथम, द्वितीय वर्ष के छात्रों का जीवन कीमती है उसी तरह फाइनल ईयर के छात्रों का जीवन भी कीमती है। ऐसे में सरकार को चाहिए कि प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्रों की भांति तीसरे वर्ष के छात्रों को भी बिना परीक्षा लिए अन्य किसी माध्यम से प्रोमोट करने का काम करे नहीं तो एनएसयूआई इनके हक के लिए भी अपनी लड़ाई जारी रखेगी।