Faridabad News, 20 June 2019 : आज एनएसयूआई फरीदाबाद के कार्यकर्ताओं ने पंडित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के गेट के सामने सभी कोर्स में बढ़ी फीस को लेकर विरोध व्यक्त करते हुए महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर का पुतला फूंका। इस कार्यक्रम का आयोजन एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री के नेतृत्व में किया गया।
एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री ने बताया कि अबकी बार एमडीयू ने अपने सभी कॉलेजों के सभी कोर्स की फीस में 2000 से 3000 रुपये की बढ़ोतरी की है। उन्होंने बताया कि ज्यादातर बढ़ोतरी स्नातक कक्षाओं में की गई है। अत्री ने बताया कि आटर्स की सभी कक्षाओं में पहले एडमिशन फीस के रूप में लगभग 4400 रुपये लिए जाते थे लेकिन इस सत्र से लगभग 2600 रुपये की बढ़त करते हुए लगभग 6900 रुपये देने होंगे। वहीं विज्ञान की स्नातक कक्षाओं में लगभग 4400 रुपये फीस देनी पड़ती थी लेकिन इस सत्र से 7000 रुपये फीस देनी होगी तथा कॉमर्स की स्नातक कक्षाओं में 3400 रुपये फीस देनी पड़ती थी लेकिन इस सत्र से सभी में 6000 रुपये फीस देनी होगी। अत्री ने बताया कि बीसीए की पहले 5620 रुपये फीस देनी पड़ती थीं लेकिन अब 8459 रुपये देनी होगी औऱ बीबीए की पहले 5020 रुपये देनी होती थी लेकिन अब 7419 रुपये देनी होगी।
अत्री ने खट्टर सरकार औऱ यूनिवर्सिटी प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि खट्टर सरकार फीस की बढ़ोतरी पर जितना ध्यान दे रही है अगर उतना ही शिक्षा की गुणवत्ता पर ध्यान दिया होता तो आज जो शिक्षा का स्तर इतना नही गिरता जितना गिरा हुआ है। उन्होंने कहा कि फीस में बढ़ोतरी से शिक्षा का निजीकरण और व्यवसायीकरण हो रहा है। जिस कारण शिक्षा मेहनतकश और वंचित तबकों की पहुंच से लगातार बाहर हो रही है। छात्र-छात्राओं में बढ़ी हुई फीस को लेकर आक्रोश फैल गया है और शिक्षा के बाजारीकरण पर हल्ला बोला जाएगा। अत्री ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर यूनिवर्सिटी प्रशासन और खट्टर सरकार ने बढ़ी हुई फीस वापिस नही ली तो प्रदेश स्तर पर एनएसयूआई आंदोलन करेगी और फीस कम कराकर ही दम लेगी।
इस मौके पर नेहरू कॉलेज अध्यक्ष मोहित त्यागी, विकास फागना, दिनेश कटारिया, नितेश गौड़, रमेश, योगेश, नीरज यादव, सौरभ दीक्षित, अक्की पंडित, अंकित खटाना, शंकर शर्मा, सुमित मंडल, विजय, विकास आदि मौजूद थे।