फरीदाबाद, 02 जुलाई। भारत सरकार के ज्वाइंट सेक्रेटरी श्रीनिवास दण्डा ने कहा कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में जिला फरीदाबाद में जल शक्ति अभियान-2 का अधिकारी बेहतर क्रियान्वयन करना सुनिश्चित करें। जल शक्ति अभियान के तहत जिस विभाग को जो जिम्मेदारी मिली है, उस जिम्मेदारी का बेहतर क्रियान्वयन धरातल पर सुनिश्चित हो। अधिकारी अपने विभागों से संबंधित टारगेट को निर्धारित समय पर पूरा करें।
भारत सरकार के जल शक्ति अभियान टू के ज्वाइंट सेक्रेटरी श्रीनिवास दण्डा आज शनिवार को सूरजकुंड के राज हंस होटल में जिला फरीदाबाद में जल शक्ति अभियान टू की विभागवार समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि जिला फरीदाबाद में जल शक्ति अभियान टू के बेहतर क्रियान्वयन के लिए के लिए जिस भी अधिकारी को उसके विभाग की तरफ से जो भी दायित्व मिला है उसे पूरी निष्ठा के साथ पूरा करना सुनिश्चित करें। अधिकारी जल शक्ति अभियान टू के कार्यों को धरातल पर मूर्त रूप देने के लिए वचनबद्धता से कार्य करें।
डीसी जितेंद्र यादव ने जिला स्तरीय जल शक्ति अभियान टू की समीक्षा बैठक में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि विभिन्न विभागों के अधिकारी सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ तालमेल करके जल शक्ति अभियान टू के जिला में विभाग वार दिए गए टारगेट का बेहतर क्रियान्वयन कर रहे हैं। जिस विभाग को जो भी जिम्मेदारी मिली है उसको निश्चित समय पर निर्धारित लक्ष्य तय समय अनुसार पूरा करने का प्रयत्न किया जा रहा है।
उपायुक्त जितेंद्र यादव ने एक-एक करके विभिन्न विभागों के विभाग वार जल शक्ति अभियान टू के कार्यों की विस्तारपूर्वक जानकारी भी दी।
उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने कहा कि बारिश के जल की संचित बूंद का उचित संरक्षण कर जल शक्ति अभियान टू को प्रभावी रूप से सफल बनाने में प्रशासन अपनी सक्रिय भूमिका अदा कर रहे है।
उन्होंने कहा कि जल संकट की चुनौती का सामना सुदृढ़ तरीके से कर जल की महत्ता समझते हुए संरक्षित जल का सदुपयोग सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में जल शक्ति के प्रति जागरूकता और प्रयास दोनों बढ़ रहे हैं।
उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने बताया कि पानी से जुड़ी सभी योजनाओं पर तेजी से काम हो रहा है। वहीं खेतों में छोटे-छोटे तालाब बनाकर जल को संरक्षित किया जा रहा है। इससे किसानों को फायदा होगा। इसमें मनरेगा के तहत जल संरक्षण करने वाली योजनाओं को लिया गया है । किस तरह से गांव में जल संरक्षण किया जा सकता है। एक एक करके विभिन्न विभाग वार पूरी जानकारी दी।
सीईओ जिला परिषद सतेन्द्र दुहन ने समीक्षा बैठक में जानकारी देते हुए बताया कि जल शक्ति अभियान टू में ग्राम सभा में मिट्टी कार्य, पानी सोखता निर्माण, तालाब निर्माण सहित वृक्षारोपण की योजनाएं शामिल की गई है। इसके अलावा आईईसी गतिविधियों के लिए लक्ष्य निर्धारण हस्तक्षेप के विभिन्न तरीके #jalshaktiabhiyan के तहत फेसबुक, व्हाट्सएप और राज्य और जिला ट्विटर अकाउंट पर नियमित रूप से ई पोस्टर और पोस्ट, रेडियो जिंगल, जल संवाद, वैज्ञानिकों/ कृषकों के साथ रेडियो साक्षात्कार, नुक्कड़ नाटक, समाचार पत्र विज्ञापन, फिल्में और वृत्तचित्र, तरु यात्रा, प्रभात फेरिया, रैलियां, मानव श्रृंखला, पौधगिरी, विशेष परियोजनाएं जैसे फसल विविधीकरण, सूक्ष्म सिंचाई, वॉल पेंटिंग, दीवारों पर स्लोगन लेखन, ब्रांड राजदूत, युवा आइकन, पाक्षिक सफलता की कहानी प्रसार प्रिंट और सोशल मीडिया, जल संरक्षण गतिविधियों के साथ जीपी/ब्लॉक/जिला का उत्सव, वनीकरण और जल संरक्षण के लिए मिनी मैराथन, रन, वॉकाथॉन, हैकाथॉन, साइकिलथोन, स्कूलों, विशेष स्कूलों, कॉलेजों और युवा क्लबों में निबंध, सोलगन लेखन, पेंटिंग, वाद-विवाद, प्रश्नोत्तरी की प्रतियोगिताएं, इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट, सोशल मीडिया, पोस्टरों में आईईसी सामग्री का वितरण, जल चौपाल, ग्राम सभा जीपी/ब्लॉक/जिला स्तर पर बढ़ावा दिया जा रहा है।
इस बैठक में डीसी जितेन्द्र यादव, सीईओ जिला परिषद सत्येंद्र दुहन, सीटीएम नसीब कुमार,भारत सरकार के जल शक्ति अभियान टू की तकनीकी अधिकारी श्रीमती पद्मावती, जिला वन अधिकारी राजकुमार, डीडीपीओ राकेश मोर, डीआरओ बिजेन्द्र राणा, अतिरिक्त सीईओ जिला परिषद अंकिता, सिंचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता अश्विनी फोगाट सहित कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, वन विभाग, एचएसआईडीसी, जीएमडीआईसी, जिला उद्यान विभाग, पंचायत एवं जिला विकास विभाग, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, पीडब्ल्यूडी बी एंड आर, शिक्षा, टाऊन प्लानिंग, एमसीएफ, महिला बाल विकास विभाग, ग्रामीण विकास अभिकरण, मत्स्य पालन, जिला सूचना जनसंपर्क विभाग सहित बैठक से संबंधित संबंधित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।