Faridabad News, 12 Oct 2020 : जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद ने एश्लोन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (ईआईटी), फरीदाबाद के इंटरमीडिएट सेमेस्टर के विद्यार्थियों को इवन सेमेस्टर रि-अपीयर के लिए परीक्षा फार्म जमा करने का एक और अवसर प्रदान करने का निर्णय लिया है। विश्वविद्यालय ऐसे विद्यार्थियों के परीक्षा फॉर्म 12 अक्टूबर से 26 अक्टूबर, 2020 तक स्वीकार करेगा।
यह निर्णय माननीय पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुपालन में विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। इस आशय का एक आधिकारिक नोटिस भी विश्वविद्यालय द्वारा जारी किया गया है।
उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय द्वारा रि-अपीयर के लिए परीक्षा फार्म 28 फरवरी से 12 मार्च, 2020 तक आमंत्रित किये गये थे। एश्लोन इंस्टीट्यूट ने इस अवधि के दौरान विद्यार्थियों के परीक्षा फॉर्म विश्वविद्यालय को जमा नहीं करवाये। इसके बावजूद, एश्लोन इंस्टीट्यूट को विलम्ब शुल्क के साथ विद्यार्थियों के परीक्षा फॉर्म जमा करने के लिए कई अवसर दिए गए थे, लेकिन एश्लोन इंस्टीट्यूट द्वारा विश्वविद्यालय को परीक्षा फॉर्म जमा नहीं करवाये गये। इसके परिणामस्वरूप, एश्लोन इंस्टीट्यूट के विद्यार्थी 12 अक्टूबर, 2020 से शुरू हो रही रि-अपीयर परीक्षा में नहीं बैठ पायेंगे।
एश्लोन इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर-प्रिंसिपल को जारी किये गये नोटिस में कहा गया है कि विश्वविद्यालय के परीक्षा वेब-पोर्टल को विद्यार्थियों के रि-अपीयर के परीक्षा फॉर्म जमा करने के लिए 26 अक्टूबर, 2020 तक खोल दिया गया है। एश्लोन इंस्टीट्यूट के ऐसे विद्यार्थी जोकि पहले से विश्वविद्यालय के साथ पंजीकृत हैं, वे अपने संस्थान के वेब-पोर्टल लॉगिन के माध्यम से परीक्षा फार्म भर सकते है, जिसके लिए उन्हें विश्वविद्यालय की परीक्षा शाखा में निर्धारित फीस जमा करवानी होगी। इसके अलावा, ऐसे विद्यार्थी जोकि विश्वविद्यालय के साथ पंजीकृत नहीं है, वे अपने परीक्षा फार्म की स्कैन कापी ईमेल conductjcbust@gmail.com पर भेज सकते है अथवा सीधे परीक्षा शाखा में निर्धारित फीस के साथ 26 अक्टूबर, 2020 तक जमा करवा सकते है। इसके अलावा, एश्लोन इंस्टीट्यूट को देरी से परीक्षा फॉर्म जमा करवाने के लिए विलंब शुल्क भी जमा करना होगा।
माननीय पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के समक्ष एश्लोन इंस्टीट्यूट के विद्यार्थियों द्वारा किये गये अनुरोध तथा उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय ऐसे विद्यार्थियों के लिए अलग से रि-अपीयर परीक्षा का आयोजन करेगा, जिसके लिए अलग से अधिसूचना जारी की जायेगी।