Faridabad News, 16 June 2022 : डीएवी शताब्दी महाविद्यालय फरीदाबाद अपने छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए सदैव तत्पर रहता है। कॉलेज की कार्यकारी प्राचार्या डॉ. सविता भगत अपने विद्यार्थियों के आध्यात्मिक और शैक्षिक विकास के लिए निरंतर सक्रिय रहती हैं ताकि बच्चों का सर्वांगीण विकास हो। सतयुग दर्शन न्यास के प्रोफेसर शशि वर्मा की प्रेरणा से महाविद्यालय की कार्यकारी प्राचार्या डॉ. सविता भगत ने अपने शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए इस आध्यात्मिक यात्रा का आयोजन किया। प्रोफेसर शशि वर्मा के अनुसार सतयुग दर्शन न्यास विश्व का पहला आध्यात्मिक शिक्षा केंद्र है। आध्यात्मिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए महाविद्यालय के हिंदी विभाग, इतिहास विभाग और कंप्यूटर विभाग द्वारा 14 जून, 2022 को फरीदाबाद के इस आध्यात्मिक स्थल सतयुग दर्शन न्यास की बस द्वारा एक दिवसीय यात्रा की गई। इस यात्रा में महाविद्यालय के चार शिक्षक/शिक्षिकाएं सहायक प्रोफेसर स्वेता वर्मा, ममता कुमारी, कमलेश सैनी और मिस्टर ई एच अंसारी शामिल थे। साथ ही महाविद्यालय के विभिन्न विभागों से 53 विद्यार्थियों ने इस आध्यात्मिक दर्शन का लाभ उठाया। सतयुग दर्शन संतोष, धैर्य, सच्चाई, धर्म, निष्काम और परोपकार जैसे मानवीय गुणों जो हमें सत्य की राह पर चलना सिखाते हैं, का प्रतीक है। सतयुग दर्शन के प्रोफ़ेसर प्रीति मैम ने विद्यार्थियों को मेडिटेशन कराया और समझाया कि जो खुशियां हम बाहर ढूंढते हैं वह हमारे अंदर छुपी होती हैं। हमें स्वयं को पहचानने की जरूरत है। ‘संतोषम् परम सुखम्’ का वीडियो नाटक भी ऑनलाइन माध्यम से दिखाया गया। सभी विद्यार्थियों ने सत्य के मार्ग पर चलकर निष्काम परोपकार करने की शपथ ली और आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति की। विद्यार्थियों ने इस बात का भी संकल्प लिया कि उन्होंने जो कुछ भी इस आध्यात्मिक परिवेश में सीखा है उसका अक्षरशः अनुसरण करेंगे और ध्यान आदि के माध्यम से अपने अन्तःकरण की शुद्धि तथा स्व को पहचानने की कोशिश करेंगे।