Faridabad News, 27 April 2019 : ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) एवं भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (एसआईडीबीआई) संयुक्त रूप से एक वैश्विक पर्यावरण सुविधा (जीईएफ)– विश्व बैंक परियोजना ‘एमएसएमई में ऊर्जा दक्षता वित्त’ का आयोजन कर रहे हैं। इस परियोजना के अंतर्गत प्रमुख गतिविधियों में एमएसएमई इकाईयों को तकनीकी सहायता प्रदान करना एवं विभिन्न हितधारकों में क्षमता निर्माण और जागरुकता लाना शामिल हैं।
फरीदाबाद में एमएसएमई इकाइयों द्वारा प्रदर्शित शानदार भागीदारी के लिए प्रशंसा के प्रतीक के रूप में, बीईई और पीडब्ल्युसी ने होटल डिलाइट में एमएसएमई के लिए एक अभिनंदन सह क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन किया है। इस कार्यक्रम का आयोजन फरीदाबाद क्षेत्र के आई एम एसएमई ऑफ इंडिया के सहयोग से किया गया है। सिडबी और औद्योगिक संघों के वरिष्ठ अधिकारी एमएसएमई इकाईयों को पुरस्कार देने के लिए वहां उपस्थित थे। जिन एमएसएमई ने परियोजना गतिविधियों में भाग लिया और अपनी इकाइयों में ऊर्जा दक्षता उपायों को लागू करने से लाभान्वित हुए, उन्हें कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किया गया।
इस क्षेत्र के लघु एवं मध्यम उद्योग के 50 से भी ज्यादा प्रतिभागियों ने इस प्रमाणन सह कार्यशाला में भाग लिया। विभिन्न एमएसएमई इकाईयों के प्रतिनिधियों, जिन्होंने इस कार्यशाला में भाग लिया, उन्होंने उद्योग के लिए उपलब्ध नए ईई, आरई समाधानों को समझने में बहुत दिलचस्पी दिखाई।
कुछ प्रमुख तकनीकी समाधान प्रदातओं जैसे बॉश एवं स्नाईडर इलेक्ट्रिक टीम ने दक्ष तकनीक पर जानकारियां साझा कीं और इन तकनीकों की प्रभावशीलता के बारे में उद्यमियों का विश्वास बढ़ाया। कुछ तकनीकों का लाईव प्रदर्शन भी किया गया। इस क्षेत्र की एमएसएमई इकाईयों ने क्रॉस लर्निंग एवं तकनीकी प्रदाताओं के साथ आमने सामने चर्चा करके इस कार्यक्रम का लाभ उठाया।
इस क्षेत्र में विभिन्न उद्योगों द्वारा बिजली, प्राकृतिक गैस, लकड़ी, कोयला, एफओ, एलपीजी और अन्य ईंधन का उपयोग किया जाता है। इस क्षेत्र की अनुमानित ऊर्जा खपत 4.2 लाख टीओई से अधिक है1। इस क्षेत्र में 15% से अधिक ऊर्जा की भारी बचत की संभावना है। इस क्षेत्र में ऊर्जा की बचत क्षमता 60,000 टीओई से अधिक है।