फरीदाबाद, 26 नवंबर: मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज के सीएसई डिपार्टमेंट की ओर से इंडस्ट्री 4.0: डिजिटाइजेशन, सेंसराइजेशन एंड ऑप्टिमाइजेशन पर पांच दिवसीय ऑनलाइन एफडीपी का आयोजन किया। यह एफडीपी शैक्षणिक वर्ष 2021-22 के लिए संकाय विकास योजनाओं के एक भाग के रूप में एआईसीटीई प्रशिक्षण और शिक्षण अकादमी द्वारा प्रायोजित किया गया था। इस योजना का उद्देश्य प्रमुख क्षेत्रों में तकनीकी प्रगति से संबंधित संकाय के शिक्षण और अन्य कौशल में सुधार करना है।
इस एफडीपी के लिए एआईसीटीई पोर्टल पर पंजीकृत विभिन्न संस्थानों के 94 प्रतिभागियों और औसतन 70 प्रतिभागियों ने नियमित रूप से भाग लिया। कार्यक्रम में कई विशेषज्ञ थे और प्रतिनिधियों को उद्योग 4.0 के उपकरणों और प्रौद्योगिकियों से परिचित कराया।
इस कार्यक्रम में उद्योग जगत से कई नामी लोगों ने हिस्सा लिया जिनमें माइक्रोसॉफ्ट टेक्नोलॉजी सेंटर, इंडिया के टेक्निकल आर्किटेक्ट ऋषभ गौर ने प्रतिभागियों को उद्योग 4.0 के क्षेत्र से परिचित करवाया। कार्यक्रम में डॉ. ए जेवियर, इनोवेशन एंड प्रोजेक्ट मैनेजमेंट के कनसल्टिंग एंड एडवाइजरी प्रोफेशनल, राहुल वर्मा, सहायक उपाध्यक्ष, जेनपैक्ट, गुड़गांव, राहुल सेठी, सीओ-संस्थापक और एक्सपोडल, नोएडा, इंस्टिट्यूट फॉर एनालिटिक्स एंड डेटा साइंसेज, यूके के डॉ. हैदर, स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस-ड्यू टैन यूनिवर्सिटी, वियतनाम में कार्यरत डॉ. आनंद नैय्यर, कुंदना कुमार लाल, अध्यक्ष, विट्टी रिसर्च फाउंडेशन, मुंबई, सूरज काम्या, संस्थापक और सीईओ, मोंकी स्पेस प्राइवेट लिमिटेड, दिल्ली, डॉ अजंता देवी, अनुसंधान प्रमुख, एपी3 समाधान, चेन्नई, इंडिया फ्यूचर फाउंडेशन के कर्नल सुनील कपिला, थापर इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, पटियाला से डॉ. प्रशन राणा, डॉ. सुरजीत देबनाथ, प्रमुख, एमएलटी विभाग, बायो मेडिकल टेक्नोलॉजी और पीआई-उन्नत भारत अभियान, भारत सरकार, डॉ विपुल वशिष्ठ, सीईओ लैगोज़ोन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड गुड़गांव शामिल थे। इसके अलावा एमआरआईआईआरएस के पीवीसी डॉ. प्रदीप कुमार, रजिस्ट्रार आरके अरोड़ा समेत फैकल्टी मेंबर्स मौजूद रहे।