Faridabad News, 21 Feb 2019 : लिंग्याज विद्यापीठ में स्कूल ऑफ एजुकेशन, विभाग द्वारा गत दिवस—प्रभावी परामर्श के लिए उन्नत कौशल—पर एक अतिथि लेक्चर का आयोजन डॉ. श्वेता दुबे, एसोसिएट प्रोफेसर, मानव विकास, गृह विज्ञान संकाय, वनस्थली विद्यापीठ, राजस्थान द्वारा किया गया। आमंत्रित मुख्य वक्ता ने—प्रभावी परामर्श के लिए उन्नत कौशल—विषय पर अपने महत्वपूर्ण विचार प्रकट किये। बड़ी संख्या में स्नातक और स्नाकोत्तर छात्रों तथा विभिन्न संकाय सदस्यों ने इस महत्वपूर्ण लेक्चर में भाग लिया।
इस आयोजन की शुरुआत स्वागत संबोधन और माँ सरस्वती वन्दना द्वारा की गयी। इस अवसर पर लिंग्याज विद्यापीठ के डीन एकेडमिक्स डॉ. पामेला चावला ने विद्यार्थियों को अपने जीवन में आगे अग्रसर होने के लिए किन-किन दौर से गुजरना पड़ता है तथा वह कैसे अपने कौशल को आगे बढ़ा सकते हैं, पर अपने विचार व्यक्त किये।
इस लेक्चर में मुख्या वक्ता डॉ. श्वेता दुबे ने विद्यार्थियों को विभिन्न उन्नत कौशलों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने जीवन मूल्य, शैक्षिक चुनौतियां, शिक्षाविदों में कठिनाइयाँ, माता-पिता और साथियों के साथ तनावपूर्ण संबंध, आत्म-सम्मान के मुद्दे, शरीर की छवि के मुद्दे, एक संभावित कैरियर मार्ग चुनने में समस्याएं, तनाव, अवसाद, चिंता, अकेलापन, आत्मघाती विचार तथा मादक द्रव्यों के सेवन आदि के बारे में बताया गया। साथ ही उन्होंने इस बारे में बताया कि हमें किस प्रकार से अपने कम्युनिकेशन स्किल्स को बेहतर बनाना चाहिए तथा प्रोफेशनल कम्युनिकेशन स्किल्स, प्वांइट टू प्वांइट बात करना और बात करने के दौरान सिर्फ बोलने पर ही ध्यान न देना बल्कि दूसरों के बातों को भी सुनना इत्यादि के बारे में जानकारी दी। डॉ. दुबे ने लेक्चर के दौरान विद्यार्थियों को ध्यान केंद्रित गतिविधियों, प्रभावी परामर्श तकनीकों जैसे—सेंड टेक्नीक्स, संगीत्य उपचार, ड्रीम विश्लेषण तथा जोड़-तोड़ गतिविधियों इत्यादि के बारे में बताया। उन्होंने प्रभावी परामर्श पर विद्यार्थी प्रस्तुतिकरण भी करवाया।
विद्यार्थियों ने इस लेक्चर के दौरान किस प्रकार एक शिक्षक प्रभावी परामर्श कौशल के साथ बाल-मनोविज्ञान को भी समझ सकता है तथा बालकों के व्यक्तित्व को समझकर उनमें समावेशी शिक्षा विकसित कर सकता है, इसके बारे में जानकारी प्राप्त की।
कार्यक्रम के अंत में डॉ. सुषमा रानी, विभागाध्यक्ष, स्कूल ऑफ एजुकेशन ने इस ज्ञानपूर्ण लेक्चर का सराहना की तथा डॉ. दुबे का आभार व्यक्त किया। अतिथि लेक्चर के दौरान स्कूल ऑफ एजुकेशन के विभिन्न फैक्ल्टी मेम्बरस श्वाति नैथानी, उपासना चौधरी, अन्नु राठी, महिमा तथा पी. लावण्या भी उपस्थित थे।