Faridabad News : कुश्ती और कबड्डी सिर्फ खेल नहीं ,बल्कि ये हरियाणा की परंपरा और संस्कृति का हिस्सा हैं। ये विचार एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री ने गांव रायपुर कला में आयोजित नेशनल प्रो कबड्डी टूर्नामेंट के मौके पर व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि किसी भी खेल में हार और जीत के अपने मायने होते हैं लेकिन कभी भी खेल भावना के विपरीत होकर नहीं खेलना चाहिए। उन्होंने कहा कि कबड्डी हमारी सांस्कृतिक विरासत है। हमें इसे बचाकर रखना चाहिए। गांव रायपुर कला में आयोजित कबड्डी टूर्नामेंट की अध्यक्षता एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री ने की। जबकि टूर्नामेंट का आयोजन एनएसयूआई के शाहरूख खान ने किया। इस मौके पर उनके साथ कुलदीप गुर्जर, जिला उपाध्यक्ष सुनील मिश्रा, वरूण पंडित मुख्य रूप से मौजूद रहे।
कबड्डी खिलाडिय़ों की हौसला अफजाई करते हुए कृष्ण अत्री ने कहा कि हरियाणा की माटी से कबड्डी और कुश्ती का अटूट रिश्ता है। मिट्टी के ये खेल भले ही अब मैट पर भी खेले जाते हो लेकिन हरियाणा के पहलवानों का लगातार दबदबा बरकरार है। उन्होंने कहा कि कबड्डी और कुश्ती की लीग शुरू होने से खिलाडिय़ों के लिए आजीविका के नए रास्ते खुल गए हैं।
एनएसयूआई द्वारा आयोजित नेशनल प्रो कबड्डी टूर्नामेंट में 20 टीमों ने भाग लिया। इसमें प्रथम स्थान पर गांव नीमका की टीम रही जिसे 5100 रुपए का पुरस्कार दिया गया। दूसरे स्थान पर गांव तिगांव की टीम रही जिसे 2100 रुपए और तृतीय स्थान पर शहीद भगत सिंह क्लब की टीम रही जिसे 1100 रुपए का पुरस्कार दिया गया। इस अवसर पर एनएसयूआई से यामीन चौधरी, आमिर चौधरी, धीर सिंह, राजेश कुमार, कमल, मिक्की, अमन त्यागी, नमन त्यागी, इमरान, अमित कुमार, टीनू, बाबी, मारूख खान सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।