Faridabad News : नेहरू ग्रांऊड स्थित सावित्री पॉलीटेकनिक फॉर वूमेन में आर्ट एंड क्राफ्ट पर कार्यशाला का आयोजन किया गया । जिसमें सैंकडों छात्राओं ने कार्यशाला में आर्ट एंड क्राफ्ट से जुडी बारीकियों को जाना। आर्ट एंड क्राफ्ट की अध्यापिका मीना ठाकुर ने छात्रों को आर्ट एंड क्राफ्ट थर्मोकोल कार्विंग के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि आज के मशीनी आधूनिक युग में भी हाथो से बनी चीज आज भी लोगो को लुभाती है। उन्होने बताया कि आर्ट एंड क्राफ्ट कोर्स में आज संस्थान में द्वारा पहली बार थर्मोकोल की शीट पर भिन भिन प्रकार की आकृति डिज़ाइन कर छात्राओं के समक्ष शीट की कार्विंग की गई । आर्ट एंड क्राफ्ट की अध्यापिका मीना ठाकुर द्वारा आज जितनी भी चीजों को बनाया गया वाक़ये में अपने अपने आप में एक बेमिसाल करागरी दर्शाती है इन्ही चीजों से अगर घर को सजाया जाए तो भी सूंदर लगने लगता है। संसथान में छात्राओं ने अध्यापिका द्वारा बनाई थर्मोकोल की शीट पर भिन भिन प्रकार की आकृति की कार्विंग को देख काफी ज्ञान हासिल किया।
दरअसल, आज हम घर की सजावट के लिए महंगे से महंगे साजो सामान को घर पे लाते हैं तांकि हमारा घर सुन्दर दिखाई दे। अध्यापिका ने छात्राओं को बताया की अगर हम हाथों से बनाई इन चीजों को अगर घर की सजावट के लिए इस्तमाल में लाये तो पैसा भी बचा सकते हैं और अपना घर भी सुन्दर बना सकते हैं और साथ ही हम अपने इस हुनर से आत्मनिर्भर बन कर अपना एक कारोबार भी शुरू कर सकते हैं जिससे हमें अच्छी खासी आमदनी का जरिया बन जाएगा। अध्यापिका ने छात्राओं से कहा कि दरअसल, आर्ट एंड क्राफ्ट भी ऐसी ही एक ऐसी कला है जो किसी इंसान की लाइफ स्टाइल को सामने लाती है। जिससे हम हुनरबंद भी बन जाते है और अपना कमाई का जरिया भी बना लेते हैं । इस अवसर पर संस्थान के डायरेक्टर एस.एन. दुग्गल एवं प्रिंसीपल कमलेश शाह मुख्य रूप से उपस्थित थे। इस मौके पर डायरेक्टर एस.एन. दुग्गल ने कहा कि छात्राओं के सर्वागीण विकास और उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए वे समय समय पर संस्थान में इस तरह की कार्यशाला आयोजित करते रहते है। उन्होनें कहा कि छात्राओं ने पूरा मन लगाकर इस कार्यशाला में भाग लिया और अपनी प्रतिभा में अभूतपूर्व वृद्वि की। इस अवसर पर प्रिंसीपल कमलेश शाह ने कहा कि इस कार्यशाला का मुख्य उदेश्य छात्राओं को नई नई तकनीक की जानकारी देकर उन्हें आत्मनिर्भर बना सकें ताकि यह छात्राएं खुद का व्यवसाय खोलकर या फिर अच्छे औद्योगिक संस्थानों में अपनी सेवाएं देकर देश के विकास में महत्वपूर्ण भागीदार बनें। प्रिंसीपल कमलेश शाह ने बताया कि उपरोक्त सभी कोर्स के लिए भारत सरकार से ऋृण की सुविधा भी दी जा रही है। इसलिए अब महिलाएं अधिक तेजी से आत्म निर्भर बन सकती हैं। इस आर्ट एंड क्राफ्ट की कार्यशाला में छात्राओं में समीक्षा, शैफाली, शुभांगी, सान्या, अनु, अंशु, चेतना, अनिशा, यशिका, रोमिता, सोनम, पारुल सभी ने अपने अपने विचार व्यक्त किये।
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