फरीदाबाद, 25 नवंबर – भारत की आजादी के बाद पत्रकारिता का मुख्य उद्देश्य सामाजिक विकास से जुड़े मुद्दों पर जन-जागृति लाना है। यह कहना है वरिष्ठ पत्रकार पद्म श्री आलोक मेहता का जो जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कम्युनिकेशन एवं मीडिया टेक्नोलॉजी विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय ओरिएंटेशन प्रोग्राम के ‘मीडिया, समाज और संस्कृति’ विषय पर आयोजित सत्र में मुख्य वक्ता थे।
ओरिएंटेशन कार्यक्रम सोशल वर्क, पत्रकारिता एवं एनिमेशन के नए सत्र के विद्यार्थियों के लिए आयोजित किया गया था। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ वाईएमसीए एमओबी के अध्यक्ष श्री सुखदेव सिंह मुख्य अतिथि थे। सत्र की अध्यक्षता कुलसचिव डॉ एसके गर्ग और लिबरल आर्ट्स एंड मीडिया स्टडीज के डीन प्रो. अतुल मिश्रा ने की। सत्र का संचालन एसोसिएट प्रोफेसर डॉ पवन सिंह मलिक ने किया।
अपने संदेश में कुलपति श्री. राज नेहरू ने नये छात्रों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि मीडिया के प्रोफेशन में उच्च नैतिकता और अत्यनिष्ठा अहम होती है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा मीडिया के विद्यार्थियों के लिए सृजित अत्याधुनिक सुविधाएं प्रतिभा को निखारने में मदद करेगी और वे मीडिया में एक अच्छा करियर बनाने में सफल होंगे।
मुख्य वक्ता पद्म आलोक मेहता ने आगे कहा कि मीडिया का काम किसी सरकार या किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ क्रांति लाना नहीं है बल्कि मीडिया का काम लोगों में देश व समाज को जिम्मेदारी का एहसास करवाना है। उन्होंने कहा कि मीडिया को राजनीतिक-सामाजिक दवाब से मुक्त होकर स्वतंत्र काम करना चाहिए। पदमश्री अलोक मेहता ने स्वर्गीय मनोहर श्याम जोशी, प्रभाष जोशी जैसे महान पत्रकारों का उदाहरण देते हुए कहा कि आज की युवा पत्रकार पीढ़ी को उनके जीवन का अनुसरण करते हुए स्वतंत्र पत्रकारिता करनी चाहिए।
सत्र की अध्यक्षता करते हुए प्रसिद्ध उद्यमी श्री सुखदेव सिंह ने छात्रों से कहा कि पढाई के अलावा वे खेल-कूद जैसी अन्य विधाओं में भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लें। उन्होंने कहा कि परिस्थितिया जैसी भी हो उन्हें अपना धैर्य नहीं खोना चाहिए तथा हमेशा सत्य को सर्वोप्रिय रखना चाहिए। उन्होंने जीवन में सफलता का मन्त्र सांझा करते हुए कहा कि कुशलता से ज्यादा महत्वपूर्ण आपका रवैया है।
ओरिएंटेशन कार्यक्रम के पहले दिन के डिजिटल मीडिया और अवसर नामक दूसरे सत्र में डिजिटल अमर उजाला के संपादक जयदीप कार्णिक ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि अच्छी पत्रकारिता अभिव्यक्ति की आजादी का पहला मंत्र है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता में जवाबदेही का महत्वपूर्ण स्थान है तथा अच्छा पत्रकार वही हो सकता है जो जिम्मेदारी से खबर को समझे और प्रकाशित करें। उन्होंने कहा कि युवा पत्रकार के पैरों में गति और विचारों में ऊर्जा होनी चाहिए। ओरिएंटेशन कार्यक्रम के पहले दिन के तीसरे सत्र में दिल्ली स्थित जिम्स इन्स्टिटूट के निदेशक डॉ. रवि. के. धर ने अपने उद्बोधन में कहा कि छात्रों में अपने पढ़ाई के प्रति जुनून होना चाहिए तभी वे अपने सपनों को साकार कर अपने जीवन की मंजिल प्राप्त कर सकेंगे।
अंत में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. सुनील कुमार गर्ग ने सभी वक्ताओं का धन्यवाद किया। कार्यक्रम का आयोजन कम्युनिकेशन एवं मीडिया टेक्नोलाॅजी विभाग के अध्यक्ष डाॅ. अतुल कुमार मिश्रा की देख-रेख में किया जा रहा है, जिसका संयोजन विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ. पवन सिंह मालिक कर रहे हैं।
ओरिएंटेशन कार्यक्रम के दूसरे दिन 26 नवंबर को तीन सत्र आयोजित होंगे, जिसमें डीएवी कॉलेज की प्रधानाचार्य डाॅ. सविता भगत, संसद टीवी के एंकर पराक्रम सिंह शेखावत, जी मीडिया के प्रोड्यूसर जुगेंद्र सिंह एवं प्रसिद्ध फिल्मकार डाॅ. भुवनलाल विद्यार्थियों से संवाद करेंगे। इसके अलावा, छात्रों द्वारा कई सांस्कृतिक कार्यक्रम एवम जनजागृती के लिए कुछ नाटकों का मंचन भी किया जाएगा। हरियाणा कला परिषद के निदेशक श्री गजेंद्र फौगाट भी बच्चों का मार्गदर्शन करेंगे।
गौरतलब है कि विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के सम्पूर्ण विकास व उज्ज्वल भविष्य के लिए इस तरह के ओरिएंटेशन कार्यक्रम द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित करता है, जिसमें देश के विभिन क्षेत्रों के विशेषज्ञ विद्यार्थियों से संवाद करते है।