Faridabad News, 19 Dec 2020 : हृदेश कुमार सिंह के द्वारा स्थापित डॉ एमपी सिंह के नेतृत्व में अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट पिछले सालों से जनहित व राष्ट्रहित में कार्य कर रहा है यह ट्रस्ट शिक्षा के क्षेत्र में अद्भुत और अनूठा कार्य कर रहा है यह ट्रस्ट असहाय निर्धन कमजोर शोषित वंचित व गरीब के बच्चों को निशुल्क प्रशिक्षण दे रहा है तथा झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले लोगों को हस्ताक्षर करने सिखा रहा है। यह ट्रस्ट स्कूल के विद्यार्थियों को निशुल्क स्कूल ड्रेस तथा निशुल्क खाना प्रदान कर रहा है समय-समय पर उनके स्वास्थ्य की जांच कराता रहता है इसलिए ऑस्कर वर्ल्ड रिकॉर्ड के डायरेक्टर नितिन गवाली ने प्रशंसा पत्र देकर संस्था का मान बढ़ाया है। हम उनके पूरी टीम के धन्यवादी है। भविष्य में भी यह संस्था शिक्षा स्वास्थ्य और चरित्र निर्माण के लिए कार्य करती रहेगी।
अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफ़ेसर एमपी सिंह कहा जिन पक्षियों की चहचाहट मनुष्य के मन को मोह लेती है और बच्चों की दुनिया में खुशियों के रंग भर देती है ऐसे पक्षियों की दुनिया को अपने स्वार्थ के लिए उजाड़ा जा रहा है। उक्त विचार देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफ़ेसर एमपी सिंह ने गुड़गांव फरूखनगर रोड पर स्थित सुल्तानपुर राष्ट्रीय पक्षी उद्यान में कहे डॉ एमपी सिंह ने कहा कि यहां पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यटक पक्षियों की दुनिया को देखने के लिए आते हैं। आबादी के बीच में बसा राष्ट्रीय उद्यान प्रवासी पक्षियों की जिंदगी संभालने में लगा है। लेकिन हम भौतिकवादी लोग जंगलों और पेड़ पौधों को काटकर उनकी जिंदगी को बर्बाद करने में लगे हैं साथियों यह बहुत ही दुख का कारण है।
डॉ एमपी सिंह ने अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इसी वजह से दिन प्रतिदिन प्रदूषण बढ़ता जा रहा है और लोगों को शुद्ध ऑक्सीजन प्राप्त नहीं हो पा रही है पेड़ पौधों को काटने की वजह से ही अनेकों पशु पक्षी विलुप्त होते जा रहे हैं जिनकी बद दुआ की वजह से अनेकों प्रकार की आपदाएं देखने को मिल रही है लेकिन फिर भी आज का इंसान नहीं संभल रहा है डॉ एमपी सिंह ने कहा कि इन पशु पक्षियों की जिंदगी संभालने के लिए सरकार ने चिड़ियाघर और वर्ल्ड सेंचुरी स्थापित किए हैं तथा नैनीताल भरतपुर राजस्थान उड़ीसा कर्नाटक तमिलनाडु पश्चिम बंगाल कच्छ गुजरात गोवा केरल हरियाणा उत्तर प्रदेश हिमाचल प्रदेश आदि में पक्षी विहार बनाए हैं ताकि वहां पर पशु पक्षी संरक्षित किए जा सकें और प्रकृति का संतुलन बना रहे।
डॉ एमपी सिंह ने कहा कि पक्षी भारत की सुंदरता में चार चांद लगाने का कार्य करते हैं लेकिन आजकल के भौतिकवादी लोग इनके आशियाना को उजाड़ कर अपनी बहुमंजिला इमारतें बनाकर तथा पार्कों का निर्माण करके सौंदर्यकरण कर रहे हैं जोकि लेखक के अनुसार अनुचित है। इन बहुमंजिला इमारत और पार्क को उसर और बंजर भूमि पर भी बनाया जा सकता है पहाड़ी स्थानों को तो जंगली जीव जंतु के लिए छोड़ देना चाहिए। पहाड़ भी भारत की सुंदरता को बढ़ाने में अपना अहम स्थान रखते हैं उनका भी अवर्णनीय और अविस्मरणीय नाम है। उक्त विचार लेखक के स्वतंत्र विचार हैं और यह लेख जनहित और राष्ट्रहित में जारी है ताकि अधिकतम लोग पढ़कर जागरूक हो सके और जीव-जंतुओं को बचाने में अपना अहम योगदान दे सकें। इस मौके पर ट्रस्ट के फाउंडर हृदेश सिंह ने विदेश से वीडियो कॉल के माध्यम से सभी को शुभकामनाएं दीं और कोरोना वाइरस से बचाव के लिए निर्देश भी दिया बताया कि बिना मास्क के ना जाएं व कम से कम 2 गज की दूरी पर ही रहें।
ट्रस्ट के राष्ट्रीय प्रभारी धर्मेन्द्र चौधरी राष्ट्रीय महासचिव महेश शर्मा विमलेश देवी, रूपन देवी अध्यक्ष पूनम चौधरी, सचिव नीलम शर्मा, शिव शंकर राय, राजन कुमार, शशि चन्द्र, पुष्पेंद्र सिंह, मनीषा देवी बेबी देवी व अन्य बहुत से लोग उपस्थित रहे।