Faridabad News, 10 Dec 2018 : सरकारी स्कूल से तबेला बने एक स्कूल को फिर सरकारी स्कूल में बदलवाने वाले बार एसोशिएशन के पूर्व प्रधान एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट एल एन पाराशर की नजर अब फरीदाबाद के छोटे बड़े सैकड़ों प्राइवेट स्कूलों पर है। वकील पाराशर ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली है कि नगर निगम फरीदाबाद और हुडा की जमीन पर बने दर्जनों निजी स्कूल नियम क़ानून का पालन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे स्कूलों के खिलाफ कार्यवाही की मांग मैंने पीएम से की है क्यू कि हरियाणा के सीएम पर मुझे भरोषा नहीं है क्यू कि पिछले साल उन्होंने अभिभावकों से कहा था कि स्कूल वालों से समझौता कर लो। वकील पाराशर ने कहा कि तमाम निजी स्कूल अभिभावकों से वसूली करते हैं और कॉपी, किताब, जूते जुर्राब और स्कूल ड्रेस जबरन छात्रों को बेंचते हैं।
उन्होंने कहा कि ये मोटी फीस तो लेते ही हैं कई तरह का अवैध शुल्क भी वसूलते हैं। उन्होंने कहा कि तमाम स्कूलों में न खेल की सुविधा न कम्प्युटर रूम सहित कई सुविधाएँ नहीं हैं लेकिन स्कूल वाले छात्रों से सारे शुल्क वसूलते हैं और दाखिले के समय भी मोटा डोनेशन लेते हैं। वकील पाराशर ने कहा कि इनकी मनमानी देख लग रहा है कि सरकार भी इनसे मिली हुई है। उन्होंने फरीदाबाद की जनता से अनुरोध किया कि इस वसूली को रुकवाने में जनता सामने आये और अगर कोई निजी स्कूल अपने स्कूल में कॉपी किताब या अन्य चीजें बेंचे तो मुझे सूचना दें। वकील पाराशर ने कहा कि जनता अगर मुझे सूचित करेगी तो मैं उन स्कूलों पर जबरन वसूली का मामला दर्ज करवाऊंगा। वकील पाराशर ने कहा कि मुझे सूचना मिली है कि हर घर के लोग इनकी वसूली का शिकार हो रहे हैं और लोग मजबूरन कुछ कर नहीं पाते इसलिए अगर मुझे सूचित करेंगे तो मैं इन पर तुरंत कार्यवाही करवाऊंगा। उन्होंने कहा कि मैं फरीदाबाद की लगभग 25 लाख जनता की भलाई के लिए काम करता हूँ और जनता के साथ हो रही बड़ी लूट खसोट मैं कदापि बर्दाश्त नहीं करूंगा।