Faridabad News, 03 March 2019 : सेक्टर-37 से तिलपत-पल्ला तक बनाई जा रही 77 फुट चौड़ी सडक़ निर्माण की आड़ में प्रशासन द्वारा 30-40 वर्षाे से बसे लोगों के घरों को उजाडऩे के मामले को लेकर आज विधायक ललित नागर के नेतृत्व में सैकड़ों लोग तरुण पब्लिक स्कूल पर एकत्रित हुए और वहां से सरकार के खिलाफ रोष मार्च निकालते हुए निर्माण स्थल तिलपत चौक पहुंचे, जहां विधायक ने ठेकेदार को हडक़ाते हुए उनसे डीपीआर मांगी तो उनके पास कोई डीपीआर नहीं थी, जिस पर विधायक ने वहां काम रुकवा दिया। स्थानीय लोगों ने विधायक ललित नागर को अपना दुखड़ा रखते हुए बताया कि वह पिछले 30-40 वर्षाे से यहां रहकर अपना जीवन यापन कर रहे है, अब इस सडक़ निर्माण की आड़ में प्रशासन उनके आशियाने उजाड़ रहा है, जबकि सडक़ की दूसरी ओर जहां कुछ भाजपा नेताओं के समर्थकों के मकान है, उनको बचाने के लिए उस तरफ 20 फुट की ग्रीन बैल्ट छोड़ी जा रही है, आखिर यह भेदभाव क्यों। उन्होंने कहा कि पूरे जीवनभर मेहनत मजदूरी करके उन्होंने यहां 50 व 60 वर्ग गज के मकान बनाए है, जिसमें वह अपने परिवार के साथ जीवन यापन कर रहे है, अगर प्रशासन उनके इन मकानों तो तोड़ देगा तो उनके पास रहने के लिए कोई ठिकाना नहीं रहेगा। उनका कहना था कि वह इस मामले को लेकर कई बार केंद्रीय राज्यमंत्री के कार्यालय पर गए परंतु उन्होंने इस मामले से पूरी तरह से पल्ला झाड़ लिया। लोगों का दुखड़ा सुनने के बाद विधायक ललित नागर ने केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर पर बड़ा हल्ला बोलते हुए कहा कि वह अपने कुछ चुनिंदा कार्यकर्ताओं को लाभ देने के लिए हजारों लोगों को बेघर करने पर तुले है। वह मंत्री महोदय से पूछना चाहते है कि क्या इन लोगों ने उन्हें चुनावों में वोट नहीं दिए? तो फिर इन लोगों के साथ सौतेला व्यवहार क्यों बरता जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह सडक़ निर्माण के खिलाफ नहीं है परंतु सडक़ बनाने के दौरान समान नीति से कार्य होना चाहिए, एक तरफ तो 20 फुट की ग्रीन बेल्ट छोड़ी जा रही है, जबकि दूसरी ओर गरीबों के आशियाने उजाडऩे जा रहे है, यह कहां का इंसाफ है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ऐसी पहली सरकार है, जिसने 5 वर्षाे के दौरान किसी न किसी रुप में गरीबों को उजाडऩे का काम किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपाई सडक़ निर्माण की आड़ में जो खेल खेलना चाह रहे है, उसे वह कतई पूरा नहीं होने देंगे और कांग्रेस पार्टी इन गरीब-मजदूर लोगों के कंधे से कंधा मिलाकर उनके आशियानों को बचाने के लिए हर स्तर पर आदोलन करने से गुरेज नहीं करेगी। उन्होंने लोगों को विश्वास दिलाया कि केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर की इस तानाशाही के खिलाफ वह स्थानीय लोगों को साथ लेकर जल्द ही जिला उपायुक्त व निगमायुक्त को ज्ञापन सौंपेंगे और अगर फिर भी इसका हल नहीं निकला तो वह धरना-प्रदर्शन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। इस मौके पर कमल सिंह तंवर, भूपेंद्र यादव, श्याम बाबू शर्मा,अजेंदर चौहान, एडवोकेट जय प्रकाश भाटी, सतवीर शर्मा, कालू पंडित, सत्यपाल सिंह, महमूद खान, डी.के. चौहान, सुनील भाटी चेयरमैन, सवितुर देव आर्य, दीपक भाटी, तिलकराज चौहान, जगदीश चौहान, अम्बिका प्रसाद, निरमा गर्ग, स्वाति चौहान, बलजीत कौर, डोली वर्मा, सोनू पाठक, विक्की चोपड़ा, युद्धवीर झा, रिजवान आजमी, मुकट पाल चौधरी, मंजीत सिंह, कमल चंदीला, मुकेश सिंह, जैना पंडित, नरेंदर सिंह, गंगाराम सहित अनेकों कालोनीवासी मौजूद थे।